अनुमंडल अस्पताल टिकारी में स्वास्थ्यकर्मियों की मनमानी से आम जनता त्रस्त हो रही है।

सुमित कुमार मिश्रा:-जनता की शिकायत पर अधिकारी अनजान बन जाते हैं और कर्मियों की मनमानी पर रोक नहीं लग पाती।
रविवार को अस्पताल में नवजात बच्चों को टीका दिलवाने में परिजनों से पैसा मांगे जाने की बात प्रकाश में आया है। परिजनों का कहना था कि बीसीजी टीका देने में सौ रुपया मांगा जा रहा है और नहीं देने पर टीका नहीं दिया जा रहा है।
जोलह बिगहा की शर्मिला देवी का कहना था कि कर्मियों ने उनसे टीका देने के लिए एक सौ रुपया मांगा गया । कहा गया कि सौ रुपया दोगी तो टीका पड़ेगा नहीं तो नहीं दिया जा सकता है। राशि नहीं देने पर उसके बच्चे को टीका नहीं दिया गया।
वहीं सिंगापुर की उर्मिला देवी ने बताया कि उसे ए एन एम ने बताया कि टीका पांच बच्चों के लिए एक वायल में आता है जब तक पांच बच्चे नहीं होंगे तब तक टीका किसी को नहीं दिया जा सकता है । यदि तीन या दो बच्चों के लिए हम वायल खोल देंगे तो बची हुई वैक्सीन बर्बाद हो जायेगी ,इसलिए उसे टीका नहीं दिया जा सकता। साथ ही उसका कहना था कि आशा कर्मी का कहना था कि सौ रुपया दो तो टीका पड़ जायेगा।
उधर कर्मियों का कहना था पैसे की कोई बात नहीं की गई है। पांच बच्चों के इकट्ठा होने पर ही वैक्सीन का वायल खोला जायेगा।
परिजनों का कहना था कि शनिवार की रात से उन्हें बीसीजी का वैक्सीन देने के लिए ही पांच बच्चों के इंतजार में रोक कर रखा गया और वैक्सीन नहीं दिया गया है। जबकि यह टीका चौबीस घंटे के अंदर पड़ जाता है। उनका कहना था कि क्या पांच बच्चे एक साथ नहीं हो पाएंगे तो इनके बच्चों को टीका नहीं पड़ेगा। उधर कर्मियों ने कहा कि व्यवस्था में कमी के कारण ही इन्हें जल्दी छोड़ दिया जाता है ,नहीं तो अड़तालिस घंटा अस्पताल में रोककर सभी टीका देने के बाद ही छोड़ा जाना चाहिए।
अस्पताल में उपस्थित लोगों कि माने तो वैक्सीन देने के नाम पर पैसा वसूली का कार्य वर्षों से चलाया जा रहा है। परिजनों को देर तक अस्पताल में बिठा कर उन्हें पैसा देने के लिए विवश किया जाता है और अधिकारी पूरे मामले से अनजान रह जाते हैं।
उधर इस संबंध में दूरभाष पर पूछे जाने पर प्रभारी अस्पताल उपाधीक्षक डॉ विश्वमूर्ति मिश्रा ने बताया कि ऐसी कोई शिकायत उन्हें अब तक नहीं मिली है। जबकि स्वास्थ्य प्रबंधक अभय कुमार सिन्हा ने पूछे जाने पर बताया कि नहीं, ऐसी कोई बात नहीं है। पैसा का तो कोई सवाल नहीं उठता है। यह पूछे जाने पर कि एक साथ पांच बच्चा नहीं होगा तो क्या वैक्सीन नहीं पड़ेगा। उन्होंने बताया कि उन्होंने स्वयं तीन बच्चों को आज बीसीजी और हेपटाइटिस का टीका दिलवाया है। अस्पताल में एक बच्चा भी रहेगा तो उसको वैक्सीन दिया जायेगा।