किशनगंज : राज्य स्तरीय विद्यालय शतरंज खेल का समापन समारोह में प्रत्येक आयुवर्ग में प्रथम चार प्रतिभागियों को किया गया पुरस्कृत
डीडीसी ने क्रिकेट विश्व कप फाइनल का उदाहरण देकर प्रतिभागियों को हार से प्रेरणा लेकर आगे उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु किया प्रोत्साहित

प्रभारी डीएम सह डीडीसी स्पर्श गुप्ता ने ट्रॉफी, मेडल और प्रमाण पत्र किया प्रदानकिशनगंज, 26 नवंबर (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, कला, संस्कृति एवम युवा विभाग तथा बिहार राज्य खेल प्राधिकरण, पटना द्वारा निर्गत वार्षिक खेल कार्यक्रम अन्तर्गत जिले में आयोजित शतरंज राज्य स्तरीय विद्यालय खेल प्रतियोगिता का समापन रविवार को खेल भवन में हो गया। तीन दिवसीय इस प्रतियोगिता में राज्य के 33 जिले से 225 बालक वर्ग के प्रतिभागियों ने भाग लिया। अंडर 14/17/19 वर्ग में प्रथम 4 बालक का चयन राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए किया गया। ये सभी खिलाड़ी आगामी राष्ट्रीय शतरंज प्रतियोगिता में बिहार राज्य का प्रतिनिधित्व करेंगे। सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किया गया तथा प्रथम चार स्थान प्राप्त प्रतिभागियों को ट्रॉफी, मेडल और प्रमाण पत्र से पुरस्कृत किया गया।
तीन दिवस तक चली शतरंज प्रतियोगिता में सात राउंड की प्रतियोगिता हुई। चैस खेलते हुए खिलाड़ियो ने अपनी सूझ बूझ के साथ अपने प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ियों को काटें का टक्कर दिया। अनुशासन व अपने बेहतरीन खेल का परिचय देते हुए इस प्रतियोगिता में खिलाडिय़ों ने एकाग्रचित होकर भाग लिया। प्रतियोगिता के समापन पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित प्रभारी डीएम सह डीडीसी स्पर्श गुप्ता ने अपने संबोधन में सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि शतरंज दिमाग का खेल है।
इससे हमारे अनुशासन, संयम और नैतिक मूल्य विकसित होते है। हार से हमे जितने के प्रति प्रेरणा मिलती है। उन्होंने विश्व कप क्रिकेट के फाइनल मैच का उदाहरण देकर प्रतिभागियों से निराशा नहीं होने की अपील की तथा चयनित राज्य खेल दल को राष्ट्रीय प्रतियोगिता की शुभकामनाएं दी। साथ ही, उन्होंने इस उत्कृष्ट आयोजन हेतु उपाधीक्षक शारीरिक शिक्षा रंजीत कुमार तथा खेल टीम की सराहना की।आवासन, भोजन की गुणवत्ता की प्रशंसा की। मौके पर उपाधीक्षक, शारीरिक शिक्षा, रंजीत कुमार ने कहा कि जो खिलाड़ी प्रतियोगिता में अच्छा नहीं कर सके, उनको हार पर निराश होने की आवश्यकता नहीं है, अपने प्रयास में कोई कमी नहीं लाते हुए अभ्यास जारी रखें। यह खेल हमें नैतिकता और संयम की महत्वपूर्ण शिक्षा भी प्रदान करता है। जब हम खेल में भाग लेते है तो हमे नियम और नियमितता का पालन करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इस सफल आयोजन में जिला प्रशासन, जिला पुलिस, शारीरिक शिक्षा शिक्षक व सहायक शिक्षक के साथ जिला शतरंज संघ का भरपूर योगदान रहा। महत्वपूर्ण यह है कि पूरी पारदर्शिता के साथ सिस्टम जेनरेटेड परिणाम तैयार किया गया है। तकनीकी टीम, ऑर्बिटर ने काफी मेहनत किया है।
समापन समारोह में जिला भू-अर्जन पदाधिकारी संदीप कुमार, मद्य निषेध अधीक्षक आदित्य कुमार एवम अन्य पदाधिकारी, शारीरिक शिक्षक, टीम प्रभारी, जिला शतरंज संघ के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। समारोह में विजेता खिलाडिय़ों को डीडीसी स्पर्श गुप्ता के द्वारा ट्रॉफी, मेडल और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। अंडर 14 आयु वर्ग में पटना जिला खेल दल का दबदबा रहा। प्रथम तीन स्थान पर पटना के खिलाड़ी रहे। इसी प्रकार अंडर 19 के विजेता में किशनगंज जिला खेल दल ने स्थान प्राप्त किया। राज्य स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता में अंडर 14/17/19 बालक वर्ग में अलग-अलग वर्ग में सात राउंड में प्रतियोगिता उपरांत शीर्ष चार स्थान पर विजयी रहे प्रतिभागी अंडर-14 में प्रथम-यश राम मौर्य, जिला-पटना द्वितीय-अव्यय शर्मा, जिला-पटना, तृतीय-कार्तिकेय नंदन, जिला-पटना चतुर्थ-आर्यन कुमार, जिला-दरभंगा, अंडर-17 में प्रथम-प्रेम कुमार, जिला-सारण, द्वितीय-माधव कुमार यशवंत, जिला-खगड़िया, तृतीय-समीर वर्धन, जिला-मधेपुरा, चतुर्थ-रोनित रिजवानी, जिला-कटिहार, अंडर-19 में प्रथम-दिव्यांशु कुमार सिंह जिला-किशनगंज, द्वितीय-आलोक राज, जिला-बेगूसराय, तृतीय-केशव कुमार यशवंत, जिला-खगड़िया, चतुर्थ-अनिकेत रंजन, जिला-बेगूसराय, गौर करे कि अंडर 14 आयु वर्ग में 88, अंडर 17 आयु वर्ग में 88 तथा अंडर 19 आयवर्ग में 49 बालक प्रतिभागियों ने शतरंज प्रतियोगिता में भाग लिया था।