किशनगंज : करोड़ोंपति निकला ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता, करोड़ रुपए की नगदी के साथ महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, शनिवार को निगरानी विभाग की टीम के द्वारा ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता संजय कुमार राय के ठिकानों पर छापेमारी कर करोड़ों रुपए की नगदी के साथ-साथ महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किया गया है। निगरानी विभाग की टीम के द्वारा शहर के रूईधासा स्थित ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यालय के साथ साथ उनके आवास पर छापेमारी की गई वही लाइन मोहल्ला स्थित कार्यपालक अभियंता के एक सहायक ओम प्रकाश यादव के आवास पर भी छापेमारी की गई। वही लाइन मुहल्ला में ग्रामीण कार्य विभाग के कैशियर और एक संवेदक अजय कुमार सिंह के आवास पर भी निगरानी की टीम पहुंची और पूरे आवास को निगरानी के अधिकारियों द्वारा खंगाला गया।निगरानी विभाग के डीएसपी अरुण कुमार पासवान ने बताया की किशनगंज में चार स्थानों पर छापेमारी की गई है। उन्होंने बताया की तीन करोड़ दस लाख रुपए नकदी बरामद किए गए है और नोटों की गिनती जारी है। वही विभाग के कैसियर खुर्रम सुल्तान के आवास पर छापेमारी में भी 16 लाख से अधिक की राशि बरामद की गई है। श्री पासवान ने बताया की आय से अधिक संपत्ति को लेकर पटना में मामला दर्ज किया गया था। जिसके बाद न्यायालय के आदेश पर छापेमारी की गई है। उन्होंने बताया कि पटना में भी दो स्थानों पर छापेमारी की जा रही है।कार्यपालक अभियंता संजय कुमार राय और कैशियर खुर्रम सुल्तान आवास पर ही मौजूद हैं। और फिलहाल उनसे निगरानी के अधिकारी पूछताछ कर रहे है।
निगरानी विभाग की एक टीम कार्यपालक अभियंता के निजी सहायक ओम प्रकाश यादव के आवास पर तलाशी लेने पहुंची। उनके आवास पर कार्टून में पैक रूपया पैक करके रखा गया था। जहा तलाशी के दौरान निगरानी विभाग के अधिकारियों की आंखे फटी की फटी रह गई। पहले तो अधिकारी हाथो से ही रूपया गिन रहे थे लेकिन उसके बाद अकूत संपत्ति को देख कर नोट गिनने की मशीन मंगवाई गई। लेकिन इसके बाद भी गिनती पूरी नहीं हो रही थी तब दोपहर बाद एक और मशीन मंगवाया गया। निगरानी विभाग की टीम द्वारा की जा रही छापेमारी की सूचना जैसे शहरवासियों और अधिकारियो तक पहुंची शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया हर चौक चौराहे पर लोग यही चर्चा करते दिखे की किस कदर भ्रष्ट अधिकारी निगरानी के हत्थे चढ़ गया है वही सरकारी कर्मियों में भी इस छापेमारी को लेकर तरह तरह की चर्चाएं की जा रही थी। टीम में 13 सदस्यी में चार डीएसपी, तीन इंस्पेक्टर, दो सब इंस्पेक्टर एवं दो एएसआई शामिल थे।