ठाकुरगंज : वोटिंग के जरिए पेड़ कटवाने का निर्णय लेते हैं ठाकुरगंज सीओ ओमप्रकाश भगत
ग्रामीणों के मुताबिक डाक लेने वाले मो. अशरफुल हक नाम के व्यक्ति द्वारा हरे-भरे और खड़े पेड़ को भी काटा जा रहा था जिसका विरोध शुक्रवार को स्थानीय कुछ लोगों ने किया और पेड़ काटने पर आपत्ति जताई

पब्लिक पिटीशन मांगा गया है अगर पब्लिक के हित के लिए पेड़ काटना जरूरी होगा तो आगे देखा जाएगा: सीओ ठाकुरगंज
किशनगंज, 12 अगस्त (के.स.)। धर्मेंद्र सिंह/फरीद अहमद, ठाकुरगंज प्रखंड के खारूदाह पंचायत में तकरीबन एक सौ वर्ष से अधिक उम्र का पुराना बरगद का कुछ तना कुछ दिन पूर्व गिर गया था गिरे हुए तना का अंचल कार्यालय से डाक हो गया था। ग्रामीणों के मुताबिक डाक लेने वाले मो. अशरफुल हक नाम के व्यक्ति द्वारा हरे-भरे और खड़े पेड़ को भी काटा जा रहा था जिसका विरोध शुक्रवार को स्थानीय कुछ लोगों ने किया और पेड़ काटने पर आपत्ति जताई। गौर करे की एक तरफ विभाग वृक्षा रोपण अभियान चलाकर लोगो को जागरूक करती है। दूसरी तरफ हरा भरा पेड़ को कटवाने के लिए वोटिंग करवाते है। इसे क्या समझा जाये। समझ से परे है। हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है कि पेड़ की कुछ मोटी टहनियां भी काट कर ले गए हैं। ग्रामीण की सूचना पर ठाकुरगंज अंचलाधिकारी ओम प्रकाश भगत मौके पर पहुंचे और मामले की जांच करने लगे और ग्रामीणों से जानकारी प्राप्त करने लगे। इस दौरान सीओ ओम प्रकाश भगत मौके पर मौजूद ग्रामीणों की भीड़ से कह रहे हैं कि कितने लोग पेड़ कटवाने के पक्ष में हैं और कितने लोग पेड़ नहीं कटवाने के पक्ष में है। वोटिंग होने लगी। इस दौरान कुछ लोगों ने पेड़ कटवाने का समर्थन किया तो वहीं कुछ लोगों ने पेड़ कटवाने की बात पर आपत्ति जताई। जिस पर आपत्ति जताने वाले लोगों से अंचलाधिकारी यह कहते हुए दिखें कि अगर पेड़ गिरता है और किसी की क्षति होती है या फिर पेड़ के नीचे दबकर कोई व्यक्ति मरता है तो क्या इसकी जिम्मेवारी आप लोग लेंगे, ठाकुरगंज सीओ यह भी कहते दिखें की इन लोगों से स्टांप पेपर पर लिखित ले लीजिए मुखिया जी, जिस पर पेड़ काटने को लेकर आपत्ति जताने वाले लोगों ने कहा कि हम लोग जिम्मेवारी क्यों लेंगे पेड़ यहां रहेगा तो छांव में लोग बैठेंगे, स्वच्छ हवा से सांस लेंगे और लोग उक्त स्थल पर अतिक्रमण भी नहीं कर पाएंगे। इस संबंध में अंचलाधिकारी ओम प्रकाश भगत ने कहा कि जो पेड़ टूटकर गिर गया है उसका डाक हुआ है और अभी मामले की जांच चल रही है। पब्लिक पिटीशन मांगा गया है अगर पब्लिक के हित के लिए पेड़ काटना जरूरी होगा तो आगे देखा जाएगा। इस संबंध में ठाकुरगंज वन विभाग से भी संपर्क करने का प्रयास किया गया परंतु नहीं हो पाया।