ठाकुरगंज : उत्खनन से खंडहर हो रहा ठाकुरगंज, जिम्मेदार कौन ?
मिट्टी का खरीद बिक्री जोरों पर है और बिना किसी नियम के मिट्टी की खुदाई की जाती है वहीं कुछ जगह ऐसे भी है जहां इतनी गहराई से मिट्टी का खनन हुआ है कि बालू तक बाहर आने लगा है जिसमें साबो डांगी शामिल है

किशनगंज, 22 जनवरी (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह/फरीद अहमद, जिला के ठाकुरगंज प्रखंड के विभिन्न क्षेत्र में ईंट भट्ठा की बढ़ती संख्या ने क्षेत्र को खंडहर बनाता जा रहा रखा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ईंट भट्ठा की तादाद बढ़ने से ही ज्यादा उत्खनन क्षेत्र में शुरू हो गया है क्योंकि ईंट बनाने के लिए मिट्टी की आवश्यकता होती है और जिस मिट्टी से ईंट बनता है वह ठाकुरगंज क्षेत्र में अत्यधिक मात्रा में प्राप्त है। जिसके कारण से मिट्टी का खरीद बिक्री जोरों पर है और बिना किसी नियम के मिट्टी की खुदाई की जाती है वहीं कुछ जगह ऐसे भी है जहां इतनी गहराई से मिट्टी का खनन हुआ है कि बालू तक बाहर आने लगा है जिसमें साबो डांगी शामिल है। सुखानी थाना क्षेत्र के बारहपोठिया में भी धड़ल्ले से मिट्टी का उत्खनन किया जाता है। सूत्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार जियापोखर थाना क्षेत्र और गर्वांडांगा थाना क्षेत्र के सीमा से होकर बहने वाली कनकई नदी से डोरिया पुल के नीचे से बालू का भी अवैध खनन प्रतिदिन किया जा रहा है। विभाग को इस और विशेष ध्यान देते हुए संज्ञान लेने की आवश्यकता है। ताकि क्षेत्र खंडहर होने से बच जाए क्षेत्र इस कदर खंडहर होता जा रहा है कि अब लहलहाती फैसले भी नजर नहीं आती है और उपजाऊ जमीन विलुप्त होती जा रही है। इस तरह के उत्खनन से सरकारी राजस्व को भी लाखों करोड़ों का नुकसान हो रहा है। नाम ना बताने की शर्त पर कुछ लोगों ने कहा कि जब से ईंट भट्ठा की संख्या में इजाफा हुआ है तब से ही जहां- तहां मनमाने तरीके से मिट्टी काटी जा रही है और लोग मिट्टी बेच भी रहे हैं।