तेजस्वी यादव का ‘शराबी पाखंड’: एक हाथ से विरोध, दूसरे से करोड़ों की बोतलबंदी
मुकेश कुमार/बिहार प्रदेष जनता दल (यू0) के मुख्य प्रवक्ता सह स0वि0प0 श्री नीरज कुमार एवं प्रदेष प्रवक्ता श्रीमती अंजुम आरा ने संयूक्त बयान जारी कर कहा कि नेता प्रतिपक्ष से बिहार की जनता जानना चाहती है कि आखिर कौन सच में शराबबंदी के पक्ष में था और कौन इसे सिर्फ दिखावे के लिए मुद्दा बना रहा था।
➤ माननीय तेजस्वी जी, इस सवाल का जवाब तो आपको खुद देना चाहिए, क्योंकि शक की सुई आप पर भी है।
➤ क्या शराबबंदी के पीछे तेजस्वी यादव की कोई डील थी ?
➤ क्या यह सच नहीं कि आपने शराब कंपनियों से 46 करोड़ 64 लाख रुपये का चंदा लिया है?
➤ बिहार की जनता पूछ रही है कृ कहीं आपकी डील शराब कंपनियों से तो नहीं थी?
➤ क्या यह सौदा था रू ‘‘तुम मुझे चंदा दो, मैं बिहार में तुम्हारी शराब बिकवाऊंगा’’?
प्रवक्ताद्वय ने कहा कि तेजस्वी यादव और आरजेडी का दोहरा चेहरा है:-
➤ जहाॅं एक ओर शराबबंदी की आलोचना, वहीं दूसरी ओर शराब कंपनियों से भारी चंदा – इसे क्या कहा जाए कृ राजनीति या पाखंड?
प्रवक्ताद्वय ने नेता प्रतिपक्ष से सवाल किया कि शराबबंदी के बावजूद आरजेडी को शराब कंपनियों से 46.64 करोड़ रुपए का चुनावी चंदा मिला? आखिर क्यों?
IFB Agro Industries Ltd – 35 करोड़
Castle Liquors Pvt Ltd – 70 लाख
Herald Beverages Pvt Ltd – 2 करोड़
Monalisa Bottling Industries Pvt Ltd – 1 करोड़
Prakash Distillery & Chemical Co – 80 लाख
Laxmi Industrial Bottling Plant – 3.40 करोड़
Northern Spirits Ltd – 20 लाख
Purulia Bottling Pvt Ltd – 2.50 करोड़
Sengupta & Sengupta Pvt Ltd – 1 करोड़
प्रवक्ताद्वय ने कहा कि यह तो गजब का घोटाला है! जिस IFB Agro Industries Ltd कंपनी का मुनाफा पूरे साल में सिर्फ 13.87 करोड़ है, वो राजद को 35 करोड़ का चंदा कैसे दे सकती है? आरजेडी को इस पर जवाब देना चाहिए कृ तेजस्वी यादव को बताना चाहिए कि जब उनकी पार्टी शराबबंदी पर सवाल उठाती है, तो वो शराब कंपनियों से करोड़ों का चंदा क्यों लेते हैं? नेता प्रतिपक्ष ने बिहार के गरीबों और माताओं-बहनों की भावनाओं का सौदा करने का ठेका ले रखा है क्या?
सच्चाई तो साफ है कृ ‘एक हाथ से शराब का विरोध, दूसरे हाथ से शराब माफियाओं की कमाई!’
प्रवक्ताद्वय ने बताया राबड़ी देवी सरकार के समय का काला सच
➤ तेजस्वी जी, जनता ये भी जानना चाहती है कि जब आपकी माता श्रीमती राबड़ी देवी 1999 से 2005 तक मुख्यमंत्री थीं, तब उस समय बिहार में जहरीली शराब से 456 मौतें हुई थीं।
➤ क्या आप बता सकते हैं, उसके लिए कौन जिम्मेदार था?
प्रवक्ताद्वय ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा पूछे गये सवाल रू पासी समाज और अन्य गरीब तबकों की पारंपरिक आजीविका छीन ली गई का जवाब देते हुये कहा कि:-
तेजस्वी जी, सतत जीविकोपार्जन योजना रू आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम है।
● लक्षित परिवारों के आजीविका संवर्धन के लिए पशुपालन, उद्यमिता विकास एवं कृषि कार्य हेतु अधिकतम ₹2,00,000/- प्रति परिवार का सहयोग दिया जा रहा है। ताड़ी के व्यवसाय से जु़डे़ 32,938 परिवारों की पहचान की गई जिसमें से 30,823 लाभान्वित परिवारों को 616 करोड़ 46 लाख रुपए की सहायता दी गई। साथ ही 66,136 और परिवारों को इस योजना में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा गया है। नीरा उत्पादन से जुड़े 50,477 टेपरों को अनुज्ञप्ति प्रदान की गई, जिनमें से 71ः पासी समाज से आते हैं।
प्रवक्ताद्वय ने कहा कि तेजस्वी जी, हमने तो आपके सवाल का जवाब के साथ ही प्रमाण भी दे दिया। आपमें हिम्मत है तो इनकार किजीए, नहीं तो माफी मांगिए और बिहार की माताओं-बहनों की भावनाओं से खेलना बंद कीजिए। बिहार की जनता आपके ‘‘एक हाथ में तेल, तो दूसरे हाथ में चूना’’ वाली दोहरे चरित्र से चिरपरिचित है। अब आपके झांॅसे में नहीं आने वाली है।