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कोरोना से निराश्रित 582 बच्चों को दधीचि देहदान समिति की ओर से अगले 3 साल तक 500-500 रुपये की भरण-पोषण सहायता की हुई शुरुआत- सुशील मोदी

अगले एक महीने में 1000 बच्चों को सहायता राशि देने का लक्ष्य किया जाएगा पूरा

त्रिलोकी नाथ प्रसाद :-पूर्व उपमुख्यमंत्री व सांसद तथा सामाजिक संस्था दधीचि देहदान समिति के संरक्षक सुशील कुमार मोदी ने बीआईए के सभागार में संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि समिति द्वारा लिए गए पूर्व निर्णय के अनुसार आज कोरोना से निराश्रित हुए 582 बच्चों को अगले 3 साल तक प्रति माह 500-500 रुपये भरण-पोषण सहायता राशि देने की शुरुआत की गई है। अगले एक माह में तय लक्ष्य एक हजार बच्चों को इस योजना में शामिल कर लिया जाएगा। इस मौके पर समिति के महासचिव पद्मश्री बिमल जैन व उपाध्यक्ष डॉ सुभाष प्रसाद भी मौजूद थे।

श्री मोदी ने कहा कि दधीचि देहदान समिति देश की पहली ऐसी सामाजिक संस्था है जिसने माता-पिता या दोनों में से किसी एक की कोरोना से मृत्यु होने से निराश्रित हुए बच्चों के भरण-पोषण के लिए इस तरह की सहायता की पहल की है। ऐसे बच्चे अभी राज्य या केंद्र सरकार की किसी सहायता योजना में शामिल नहीं हैं, अगर सरकार की कोई योजना शुरू भी होती है तब भी समिति अगले 3 साल तक मदद जारी रखेगी।

उन्होंने कहा कि समिति के आह्वान पर ऐसे 153 दानदाता सहायता के लिए आगे आये हैं, जो दो या दो से अधिक बच्चों के लिए प्रति महीने 500 रुपये की सहायता राशि देने की सहमति दिए है। इनके जरिए अभी कुल 850 बच्चों को सहायता की जा सकेगी। उन्होंने अपील की कि समाज के अन्य सक्षम लोग भी निराश्रित बच्चों की सहायता के लिए आगे आएं ताकि अधिक से अधिक निराश्रित बच्चों तक मदद पहुंचाई जा सके।

कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान बिहार में कुल 9606 लोगों की मृत्यु हुई। माता-पिता या इन दोनों में से किसी एक की भी मृत्यु होने से 1624 बच्चे निराश्रित हुए हैं। पिता की मृत्यु से निराश्रित होने वाले बच्चों की संख्या 1286 व माता की मृत्यु से निराश्रितों की संख्या 302 हैं। बिहार में केवल 36 बच्चे ऐसे हैं जिनके माता-पिता दोनों की कोरोना से मृत्यु हो गई हैं।

समिति की ओर से मोबाइल/व्हाट्सएप संख्या 8084053399 जारी कर अपील की गई है कि सहायता से वंचित कोरोना पीड़ित निराश्रित बच्चों के परिवार समिति से सम्पर्क कर सकते है।

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