किसान कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष श्री मति रेणु सिंह ने बताया कि किसानों के लिए जो बिल पास किआ गया है वह किसानों के डेथ वारंट से कम नही।।……

गुड्डू कुमार सिंह :-एक तो किसान ऐसे ही सर से पांव तक कर्ज में डुबा होता है यही कारण है कि आज किसी भी बच्चें से पूछें कि बड़े होकर क्या बनोगे तो कोई नहीं कहता कि किसान बनूँगा यहां तक कि जो किसान के बच्चे हैं वो भी नही। ये बहुत ही विचारणीय सवाल है कि अगर कोई किसान नही बनेगा तो देश भर के लोगों को खाने के लिए अन्न कहाँ से आएगा। बहुत हीं अफसोस कि बात है कि सरकार सब कुछ बेंचते बेंचते किसानों को भी बेंच दिया और किसान, इस देश की जनता केवल मुंह देखते ही रह गई चाहकर भी कुछ नहीं कर पाई। आजतक किसानों के लिए जो न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया गया था उसमें भी किसान हज़ार मुश्किलों का सामना कर रहे थे अपनी उत्पादों को बेचने के लिए। और अब तो सीधा सीधा समर्थन मूल्य को सरकार खत्म कर रही है ऐसे में प्राइवेट कंपनियां तो अपनी मन मर्जी के कोई भी मूल्य लगा देगी और किसानों को अपने फसल बेचने होंगे क्योंकी उन्हें पैसे की तंगी से लेकर स्टॉक को रखने तक के समस्या से गुजरना पड़ता है उनके फसल खुले मैदान यानी खलिहान में रहता है और रातदिन बारिश का डर किसानों को सताती रहती है ऐसे में उन्हें दो कौड़ी के भाव अपने फसल बेचने पड़ेंगे क्योंकि अब सरकार उनकी फसलों को नही खरीदेगी। कांग्रेस पार्टी के बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्री कृष्ण बाबू से लेकर आज तक के राहुल गांधी जी ने अपनी पूरी जिंदगी किसानों की भविष्य संवारने में गुजार दी वही किसान विरोधी सरकार एक के बाद एक किसानों के लिए फांसी के फंदे तैयार कर रही है। यह देश किसानों का है आज भी देश मे 70% प्रतिशत किसान रहते हैं मोदी जी आप ये न भूलें की आज भी किसन अगर अपने हक के लिए उठ खड़ा हो गया तो आपकी कुर्सी क्या इस देश से उखाड़कर फेंक देंगे। हम कांग्रेसी किसानों के साथी और हमेशा रहेंगे चाहे भले हमे जेल में डाल दे सरकार पर हम किसानों के साथ नाइंसाफी नहीं होने देंगे।