जनता दल (यूनाइटेड) के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद निषाद ने राजद कार्यालय में आयोजित महागठबंधन की बैठक को खोदा पहाड़ निकली चुहिया की संज्ञा दिया है। बैठक को सत्ता लिप्सा का केंद्र बताया है।
मुकेश कुमार/राजद एक सोची समझी रणनीति के तहत महागठबंधन की बैठक राजद कार्यालय में आयोजित रखा गया था ताकि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने में सहायता मिले लेकिन कोई भी दल के नेता ने तेजस्वी यादव को चेहरा नहीं बताया। बैठक में सभी दूसरे दलों के नेता अपनी अपनी पार्टी के लिए सीटों का लिस्ट लेकर गए थे, तेजस्वी यादव ने बैठक में शामिल दूसरे घटक दलों के नेताओं को महत्वहीन करार देते हुए उनकी बातों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव ने इंडिया गठबंधन के नेताओं के साथ सम्मानजनक व्यवहार नहीं किया।
काँग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लाबरु ने तेजस्वी यादव को महागठबंधन के नेता घोषित करने के बजाए बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन के कोआर्डिनेशन कमेटी के संयोजक बनाने की बात कही।
वीआईपी पार्टी के नेता मुकेश सहनी भी बैठक में 60 सिट पर कोई चर्चा नहीं कर पाए जिससे वीआईपी पार्टी के कार्यकर्ताओं में नाराज़गी है।