*इंटक का राज्य स्तरीय सहकारिता सम्मेलन।…*
त्रिलोकी नाथ प्रसाद/ राष्ट्रीय मज़दूर कांग्रेस (इंटक) से सम्बद्ध कंस्ट्रक्शन लेबर यूनियन (सीएलयू) द्वारा *बिहार इंडस्ट्रीज़ एसोसिएशन (बीआईए)* सिन्हा लाईब्रेरी रोड, पटना के सभागार में *भारत में निर्माण क्षेत्र में सहकारिता को मजबूत करना और महिलाओं के रोजगार को बढ़ावा देना* विषय पर आयोजित *राज्य स्तरीय सहकारिता सम्मेलन* को संबोधित करते हुए इंटक के प्रदेश अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सिंह ने कहा कि महिला निर्माण श्रमिकों के लिए प्रमाणित प्रशिक्षण और प्रशिक्षण के बाद रोजगार को बढ़ावा देने और इसे बनाए रखने के लिए अधिक से अधिक सहकारी समितियों का गठन और राज्य स्तर पर इसके नेटवर्किंग को मज़बूत करना होगा। इन सहकारी समितियों में अधिक से अधिक सदस्यों की साझेदारी और हितधारकों की भागीदारी को भी मजबूत करने की आवश्यकता है ।
श्री सिंह ने यह भी कहा कि सहकारी समिति के सदस्यों को सामाजिक सुरक्षा और अन्य सरकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों के साथ जोड़कर उन्हें अधिक से अधिक लाभ पहुँचाने के लिए भी सरकारी समितियों को काम करना होगा।
श्री सिंह ने यह भी कहा कि असंगठित क्षेत्र में कार्यरत कामगारों को संगठित करने, विशेषकर महिलाओं के सशक्तिकरण में श्रमिक संगठनों के लिए सहकारी समितियों का गठन और इसके साथ इन कामगारों को जोड़ने का अभियान श्रमिक आंदोलन के लिए भविष्य में मील का पत्थर साबित होगा।
इस अवसर पर अपने विचारों और अनुभवों को साझा करते हुए सहकारी समितियों के प्रबंधन,परिचालन, बाधाओं और उपायों के अतिरिक्त नीति और विधायी अनुपालन पर पटना विश्वविद्यालय के कार्मिक प्रबंधन एवं औद्योगिक संबंध विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर कामेश्वर पंडित, पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता अंशुमान सिंह, श्रम संसाधन विभाग के पूर्व संयुक्त श्रमायुक्त अमरकांत सिंह, सहकारिता विशेषज्ञ विशेश्वर दयाल, ओंकार प्रसाद सिंह, बिहार भूमि विकास बैंक के उप प्रबंध निदेशक रजनीकांत सिंहा के अतिरिक्त इंटक के महामंत्री श्रीनंदन मंडल, अखिलेश कुमार पांडे, उर्मिला देवी, रामा चंद्रा, प्रभात कुमार सिन्हा एवं धर्मेन्द्र कुमार ने भी अपने विचार रखे।