किशनगंज के छह हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स को मिला राज्य स्तरीय NQAS प्रमाणीकरण
स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में ऐतिहासिक उपलब्धि, ग्रामीणों को मिला नया भरोसा

किशनगंज,30मई(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, सीमावर्ती जिला किशनगंज ने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए छह हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स (HWC) को राज्य स्तरीय NQAS (National Quality Assurance Standards) प्रमाणीकरण प्राप्त किया है। यह उपलब्धि न केवल जिले के स्वास्थ्य तंत्र की गुणवत्ता को दर्शाती है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बढ़ते विश्वास का भी प्रतीक है।
गुणवत्ता की मुहर, ग्रामीणों को मिला विश्वास
NQAS प्रमाणीकरण यह सुनिश्चित करता है कि प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप पारदर्शी, प्रभावी और मरीज-केंद्रित हों। इससे ग्रामीण महिलाओं, बुज़ुर्गों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को अब बेहतर इलाज, समय पर परामर्श, आवश्यक जांच एवं दवाएं सुलभ होंगी।
प्राप्त प्रमाणीकरण वाले छह HWC:
- टेढ़ागाछ प्रखंड – झाला (88 अंक)
- बहादुरगंज – बैसा गोपालगंज (89 अंक)
- दिघलबैंक – धनतोला (88 अंक)
- कोचाधामन – डेरामारी (88 अंक)
- ठाकुरगंज – भोगडाबर (88 अंक)
- किशनगंज प्रखंड – मोतिहारा (91 अंक)
टीम प्रयास का नतीजा
इस उपलब्धि के पीछे सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी, प्रभारी डीसीक्यूए डॉ. सुमन सिन्हा तथा जिला स्वास्थ्य समिति की पूरी टीम की समर्पण भावना और लगातार मेहनत शामिल है। डॉ. सिन्हा ने कहा कि यह सफलता पूरे जिले के लिए गौरव और प्रेरणा का स्रोत है।
जिलाधिकारी ने दी बधाई
जिलाधिकारी विशाल राज ने इस उपलब्धि पर सभी स्वास्थ्यकर्मियों को बधाई देते हुए कहा कि यह केवल एक प्रमाणीकरण नहीं, बल्कि अंतिम व्यक्ति तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने का मजबूत आधार है। उन्होंने इसे जिले के लिए मील का पत्थर बताया।
बढ़ेंगे अवसर, मजबूत होंगी सेवाएं
प्रमाणीकरण के बाद इन केंद्रों को विशेष वित्तीय सहायता मिलेगी, जिसमें 75% राशि सेवा सुदृढ़ीकरण एवं 25% प्रोत्साहन हेतु होगी। इससे सेवाओं में निरंतर सुधार होगा और कर्मियों का उत्साह भी बढ़ेगा। अब इन केंद्रों पर मधुमेह व बीपी की स्क्रीनिंग, गर्भावस्था परीक्षण, मानसिक स्वास्थ्य परामर्श, टीकाकरण, पोषण सेवाएं और आवश्यक दवाएं समय पर उपलब्ध होंगी।
राज्य के लिए बना प्रेरणा स्रोत
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. मुनाजिम ने इसे किशनगंज को राज्यस्तरीय प्रेरणादायक मॉडल बताते हुए कहा कि अन्य प्रखंड भी इन केंद्रों से प्रेरणा लेकर स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।