श्री श्रवण कुमार, माननीय मंत्री, ग्रामीण विकास विभाग, बिहार सरकार ने आज पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित स्व0 देवशरण सिंह के जन्म दिवस पर आयोजित राजकीय समारोह में भाग लिया तथा उनके चित्र पर माल्यार्पण किया ।..

त्रिलोकी नाथ प्रसाद :-17 अगस्त, 1901 को ग्राम-सेमरा, पोस्ट-कोईलवर, जिला-भोजपुर (तत्कालीन शाहावाद) में जन्मे देवशरण सिंह की शिक्षा-दीक्षा पटना में हुई । उन्होंने समाज के पिछड़े लोगों की सेवा में अपना पूरा जीवन लगाया था । प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी और राज्य के पूर्व मंत्री एवं बिहार विधान परिषद के पूर्व सभापति स्व0 देवशरण सिंह जी का लम्बा सार्वजनिक जीवन था । उन्होंने देश की आजादी के लिए कड़ा संघर्ष किया था । उनका जीवन सादगी और सेवा का पयार्य था । सादा जीवन और उच्च विचार के मंत्र को उन्होंने जीवन का आदर्श बनाया था ।
श्री श्रवण कुमार, माननीय मंत्री ने स्व0 देवशरण बाबू के प्रति अपनी श्रद्धा अर्पित करते हुए कहा कि उनका व्यक्तित्व इतना विराट था कि हम उसका अंदाजा नहीं लगा सकते । वे जानते थे कि शिक्षा के बल पर ही समाज में परिवर्तन लाया जा सकता है । यही कारण था कि उन्होंने आजीवन शिक्षा का अलख जगाया और अधिक से अधिक गांवों में विद्यालय स्थापित करने का संकल्प लिया ।
स्व0 देवशरण बाबू की जयन्ती पर आयोजित राजकीय समारोह में राज्यसभा के माननीय सदस्य श्री अनिल हेगड़े, बिहार विधान परिषद के माननीय सदस्य-सह-मुख्य सचेतक, सत्तारूढ़ दल, श्री संजय कुमार सिंह, जिला पदाधिकारी, पटना, उप विकास आयुक्त, पटना एवं अन्य कई महानुभाव उपस्थित थे ।