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निजी अस्पताल में गंभीर लापरवाही उजागर: प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, अस्पताल सील — दोषियों पर प्राथमिकी दर्ज

महिलाओं के स्वास्थ्य से खिलवाड़ पर जिला प्रशासन सख्त, सभी निजी अस्पतालों की जांच के आदेश

किशनगंज,18अक्टूबर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले के बहादुरगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्थित नबी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, एलआरटीपी चौक में स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। डॉ. नसीर आलम एवं डॉ. आलम द्वारा संचालित इस निजी अस्पताल में मेह्नाज बेगम के उपचार में गंभीर लापरवाही पाई गई, जिसके चलते मरीज के पति शमसाद आलम को भारी मानसिक, शारीरिक और आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ा।

शिकायत मिलने के बाद सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी के निर्देश पर गठित त्रिस्तरीय जांच टीम ने जांच कर अस्पताल की गतिविधियों को अवैध एवं चिकित्सकीय दृष्टि से लापरवाह पाया।

जांच में हुआ खुलासा — बिना अनुमति संचालित हो रहा था अस्पताल

जांच दल की रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि नबी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बिना वैध अनुमति के संचालित किया जा रहा था। साथ ही, मरीज के उपचार में चिकित्सकीय प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया तथा चिकित्सकों द्वारा गंभीर लापरवाही बरती गई। जांच रिपोर्ट में अस्पताल के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की अनुशंसा की गई है।
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने कहा, “स्वास्थ्य व्यवस्था के साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बिना पंजीकरण या अनुमति के संचालित सभी संस्थानों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”

प्रशासन की तत्परता — अस्पताल सील, एफआईआर दर्ज

जांच रिपोर्ट के आधार पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बहादुरगंज, अंचलाधिकारी एवं थाना प्रभारी बहादुरगंज की संयुक्त टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अस्पताल को सील कर दिया। इस संबंध में कांड संख्या 407/2025 के तहत थाना बहादुरगंज में प्राथमिकी दर्ज की गई है।

“मरीजों की सुरक्षा सर्वोपरि” — जिलाधिकारी विशाल राज

जिलाधिकारी विशाल राज ने मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि, “स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता और मरीजों की सुरक्षा जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी निजी संस्थान द्वारा मानव जीवन से खिलवाड़ को सरकार सख्ती से देखेगी।”
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया है कि जिले के सभी निजी क्लीनिकों एवं नर्सिंग होम की जांच कर लाइसेंस की वैधता सुनिश्चित की जाए।

प्रभावित परिवार को न्याय का भरोसा

प्रशासन ने मेह्नाज बेगम और उनके पति शमसाद आलम को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है। स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया कि इस तरह के मामलों में त्वरित कार्रवाई जारी रहेगी, ताकि भविष्य में किसी भी मरीज को निजी संस्थानों की लापरवाही का शिकार न होना पड़े।

जिले में निजी अस्पतालों की जांच तेज

इस घटना के बाद सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने जिले के सभी निजी अस्पतालों एवं नर्सिंग होम की जांच का आदेश जारी किया है। सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि बिना पंजीकरण या अनुमति के संचालित संस्थानों की पहचान कर शीघ्र रिपोर्ट जिला मुख्यालय को भेजें।

जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. मुनजिम ने कहा, “नबी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में हुई लापरवाही ने स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी प्रणाली पर बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा किया है। प्रशासन की सख्त कार्रवाई से स्पष्ट संदेश गया है कि अब मरीजों के जीवन से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।”

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