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*सचिव, कृषि विभाग द्वारा किया गया नालन्दा एवं गया जिले का भ्रमण एवं दिये आवश्यक निदेश*

त्रिलोकी नाथ प्रसाद:-सब्जी के किसानों के साथ खेतो में जाकर किया संवाद तथा समस्याओं की ली जानकारी। गया में जलवायु के अनुकूल खेती में फसल के विविधिकरण को अपनाने के लिए किए जाएंगे कार्य। तिल मक्का मोटा अनाज के प्रोत्साहन के लिए गया के किसानों को किया जाएगा प्रेरित।

उन्होंने सामुदायिक रेडियो स्टेशन, मानपुर के माध्यम से फसल विविधीकरण एवं सिंचाई के पानी का बेहतर उपयोग करने की अपील की

सचिव, कृषि विभाग, बिहार श्री संजय कुमार अग्रवाल द्वारा आज नालन्दा एवं गया जिले का भ्रमण किया गया एवं अधिकारियों को आवश्यक निदेश दिये।उन्होंने नालन्दा जिला के हिलसा प्रखण्ड में लोहँड़ा गाँव के सब्जी उत्पादक किसानों के साथ वार्त्ता की गई तथा किसानों की समस्या को भी सुनी गई एवं उसके समाधान करने हेतु अधिकारियों को निदेश दिया।
साथ ही, उन्होंने संबंधित किसान सलाहकार, कृषि समन्वयक, प्रखण्ड उद्यान पदाधिकारी को स्वीट कॉर्न, ड्रैगन फ्रूट तथा आलू के चिप्सोनिका प्रभेद को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक निदेश दिया।

उन्होंने सब्जी उत्पादकों को सूक्ष्म सिंचाई योजना का लाभ देने का निदेश दिया तथा प्याज के रख-रखाव हेतु गोदाम, सोलर आधारित सूक्ष्म कूल चैम्बर को सब्जी प्रोत्साहन योजना से आच्छादित करने का भी निदेश दिया।

सचिव, कृषि द्वारा नालन्दा जिला के इस्लामपुर प्रखण्ड के रतनपुर गाँव में भूमि संरक्षण निदेशालय द्वारा संचालित योजना के अंतर्गत निर्मित तालाब तथा तालाब से फसल की सिंचाई के रकबा के बारे में लाभार्थी किसानों से जानकारी प्राप्त की गई। किसानों द्वारा प्लास्टिक पाईप की महँगा होने की बात से उन्हें अवगत कराया गया।

इसके बाद सचिव, कृषि द्वारा इस्लामपुर में अवस्थित पान अनुसंधान केन्द्र का भ्रमण किया गया तथा वहाँ उन्होंने पान और औषधीय एवं सुगन्धित पौधांे पर किये जा रहे अनुसंधान कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने अनुसंधान केन्द्र के कार्यक्रमों के सफल संचालन हेतु विभाग से हर प्रकार की सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया, बशर्ते इस केन्द्र के पास उपलब्ध भूमि का शत्-प्रतिशत उपयोग किसानों के हित में पान एवं औषधीय और सुगन्धित पौधों के विकास के लिए मॉडल केन्द्र के रूप में विकसित किया जाये। साथ ही, उन्होंने केन्द्र प्रभारी डॉ॰ शिवनाथ दास को निदेश दिया कि औषधीय और सुगन्धित पौधों का क्रॉप कैफेटेरिया विकसित किया जाये।

इसके बाद सचिव, कृषि द्वारा गया जिला के मानपुर स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र का भी भ्रमण किया गया। भ्रमण के क्रम में उन्होंने कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा संचालित सामुदायिक रेडियो स्टेशन के माध्यम से किसानों को सिंचाई के बेहतर उपयोग, फसल विविधीकरण अंतर्गत मक्का, दलहन एवं तेलहन फसलों की खेती को प्रोत्साहित करने की अपील की।

श्री अग्रवाल ने कहा कि खरीफ मौसम में चुनौतियों के बाद अब हमें रबी मौसम की तैयारी शुरू करनी है। उन्होंने कहा कि रबी मौसम में सभी जिला चतुर्थ कृषि रोड मैप में निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप कार्ययोजना बनायें, हमारा लक्ष्य फसल विविधीकरण के तहत् वाणिज्यिक फसलों को बढ़ावा होना चाहिए, इसलिए मक्का, दलहन तथा तेलहन फसल पर विशेष ध्यान देना है। उन्होंने अधिकारियों को निदेश दिया कि प्रखण्डवार तथा पंचायतवार कार्य योजना तैयार किया जाये।

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