किशनगंज : खून के काले कारोबार कर रहे तीन व्यक्ति को सदर पुलिस ने किया रंगेहाथ गिरफ्तार।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, एसपी डॉ इनामुल हक मेंगनु के निर्देश पर सदर थानाध्यक्ष अमर प्रसाद सिंह के नेतृत्व शहर के उत्तरपाली स्थित बेथल मिशन स्कूल के निकट से खून का काला कारोबार करने के आरोप में मुख्य सरगना बाबर को सदर पुलिस ने रंगेहाथ दबोच लिया है एवं उसके निशानदेही पर पश्चिमपाली एसबीआई के निकट से रुस्तम नाम के युवक को गिरफ्तार किया गया एवं तीसरे युवक की गिरफ्तारी चूड़ीपट्टी से हुई है।
ये सभी नशेड़ियों के शरीर से खून निकालते थे। यह कार्रवाई सदर थानाध्यक्ष अमर प्रसाद सिंह की अगुवाई में एएसआई संजय कुमार यादव ने की है। एएसआई संजय कुमार यादव बीते तीन दिनों से इन धंधेबाजों के पीछे लगे हुए थे जिसके बाद शुक्रवार रात शहर के उत्तरपाली स्थित बेथल मिशन स्कूल के निकट से मुख्य सरगना बाबर को और उसके निशानदेही पर पश्चिमपाली एसबीआई के निकट से रुस्तम एवं तीसरे युवक की गिरफ्तारी चूड़ीपट्टी से हुई है।
मिली जानकारी के मुताबिक नशेड़ियों को 250 एमएल ब्लड के बदले दो से तीन हजार रुपए दिया जाता था और उसी खून को ये शातिर धंधेबाज 25 से 30 हजार रुपये में बेचते थे। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इनका नेटवर्क बंगाल, नेपाल और बंगलादेश तक फैला हुआ था। एसपी डाॅ इनामुल हक मेगनू ने शनिवार को सदर थाना परिसर में प्रेस कांफ्रेंस में जिन बातों का खुलासा कर जाॅंच करने की बातें बतलाई।
उससे तो यह साफ हो चला है कि-महज खून के पैकेटों की सप्लाई करने बालों की हीं नहीं, बल्कि इसे सप्लाई करने जैसे कई बातों का खुलासा करना भी काफी अहम मायने रखता है। मिशाल के तौर पर जंगलों में जाकर खून देने और लेने की बातें भी सवालों के घेरे में है। जहां खून बेचे जाने और इसके सप्लाई को लेकर कई सवाल भी पैदा हो जाते हैं। जो ऐसे खून की सप्लाई कर लोगों के जिन्दगियां बचाने को लेकर जुड़े सवाल किशनगंज पुलिस के लिए काफी अहम बन चुके हैं।
हालाॅंकि इन सारे सवालों का हल पुलिस इन्वेस्टीगेशन से हीं निकाला जा सकता है। पर सच तो ये है कि-बिना लाजलपट के दिखने बाले किशनगंज में भी खून का सौदा, खबरों की सुर्खियों में आकर किशनगंज के डेवलपमेंट की ओर इशारे इशारों में बहुत कुछ वयां कर रहा है। जिसकी परत दर परत को हटाने पर पुलिस कप्तान डॉ इनामुल हक मेंगनु की नजरें गड़ चुकी है..