ग्रामीण विकास मंत्री जी ने जीविका दीदियों से किया संवाद, महिला सशक्तिकरण पर हुई विशेष चर्चा

मनीष कुमार कमलिया/आज नौबतपुर प्रखंड के फरीदपुर पंचायत में माननीय मंत्री श्री श्रवण कुमार ग्रामीण विकास विभाग बिहार सरकार ने 500 से अधिक जीविका से जुड़ी महिलाओं और ग्रामीणों के साथ संवाद कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने महिला सशक्तिकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी साझा की तथा जीविका के माध्यम से हो रहे सामाजिक और आर्थिक बदलावों की सराहना की।
माननीय मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य सरकार महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाएं चला रही है। इसी क्रम में उन्होंने ‘जीविका निधि’ नामक एक विशेष बैंक की घोषणा की, जिसमें ₹1,000 करोड़ का निवेश किया जाएगा। यह बैंक जीविका दीदियों को सस्ती ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराएगा, जिससे वे अपने छोटे व्यवसायों का विस्तार कर सकेंगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था में सक्रिय भूमिका निभा सकेंगी।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्रों में भी गंभीरता से कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री मेधावृत्ति योजना के तहत छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के माध्यम से महिलाओं को स्वरोजगार हेतु वित्तीय सहायता और ‘सबला’ कार्यक्रम के अंतर्गत किशोरियों के स्वास्थ्य एवं शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
उन्होंने ‘दीदी की रसोई’ योजना की सफलता का भी उल्लेख करते हुए बताया कि राज्य के अनुमंडलीय अस्पतालों, सदर अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में दीदी की रसोई खोली जाएगी, ताकि मरीजों को स्वच्छ और पौष्टिक भोजन मिल सके। साथ ही, सभी प्रखंड कार्यालयों में कैंटीन खोली जाएंगी, जहाँ विभागीय बैठकों और अन्य कार्यक्रमों में जीविका दीदियों द्वारा भोजन की आपूर्ति की जाएगी। इसके अतिरिक्त, प्रखंड परिसर की साफ-सफाई का कार्य भी जीविका दीदियों को सौंपा जाएगा, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी।
राज्यभर में सामूहिक सिलाई केंद्रों की स्थापना की जाएगी, जहाँ जीविका दीदियाँ एकत्र होकर उत्पादन कार्य करेंगी और सरकारी विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की पोशाक की आपूर्ति करेंगी। इससे उनकी आमदनी बढ़ेगी और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
अपने संबोधन के अंत में मंत्री जी ने जीविका दीदियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे आज बिहार में सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन की अग्रदूत बन चुकी हैं। वर्तमान में राज्य भर में 1.4 करोड़ से अधिक महिलाएं जीविका से जुड़ी हुई हैं, जो आत्मनिर्भर बिहार की परिकल्पना को साकार कर रही हैं।
उन्होंने आवास योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अब यह योजना पूरी तरह से महिलाओं को ध्यान में रखते हुए संचालित की जा रही है। जिन महिलाओं के पास स्वयं की जमीन नहीं है, उनको भी सरकार आवास उपलब्ध कराएंगे महिलाओं के नाम पर, जिससे उन्हें संपत्ति का अधिकार मिले और वे सामाजिक व आर्थिक रूप से अधिक सशक्त बन सकें।
इस कार्यक्रम में जीविका की ओर से जिला परियोजना प्रबंधक प्रभारी श्री संतोष कुमार, प्रबंधक सामाजिक विकास श्री मनोज रंजन , प्रखंड परियोजना प्रबंधक श्री दीपक कुमार, तथा स्थानीय ग्रामीणों की सकारात्मक भागीदारी रही