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किशनगंज : वर्ष की समाप्ति के साथ बड़ा सूर्य ग्रहण और बड़ा चन्द्र ग्रहण का होगा व्यापक असर : श्री महाकाल जी आनंद

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, 25 अक्टूबर 4 बजे के बाद लगने वाले सूर्य ग्रहण का सूतक अहले सुबह से शुरू हो जाने के कारण शहर के सभी मंदिरों के कपाट बंद रहे। श्री महाकाल जी आनंद दीपक जी महाराज मंगलवार को दूरभाष पर जानकारी देते हुए बताया कि सूर्य ग्रहण का सूतक शुरू होने से पहले देर रात माँ काली का पूजा अर्चना कर मंदिर का कपाट बंद कर दिया गया। उन्होंने बताया कि सूर्य ग्रहण के बाद शाम में 6:30 बजे कपाट खोला जाएगा। उसके बाद फिर पूजा के बाद मां की प्रतिमा का विसर्जन होगा। शहर के बड़ी कोठी दुर्गा मंदिर, बूढ़ी काली मंदिर सहित शहर के सभी मंदिरों के कपाट बंद रहे। सूर्य ग्रहण के सूतक को लेकर काली मंदिर के भी कपाट बंद रहे। श्री महाकाल जी आनंद दीपक जी महाराज ने बताया कि इस वर्ष की समाप्ति के साथ साथ भारत खंड भी कुछ ही दिनों के अंतराल पर सूर्य ग्रहण और चन्द्र ग्रहण के प्रकोप से गुजरेगा, सर्वप्रथम यह सूर्यग्रहण भारत में कई खंड में कुछ समय कि अंतराल पर 25 अक्टूबर को जो पूर्णतः एक घंटे का होगा, प्रसिद्ध कथावाचक शिव अंश श्री महाकाल जी आंनद, दीपक जी महाराज ने बताया कि यह पूर्ण रूप से संध्या बेला में 4:15 से लेकर 6 बजे तक पूर्ण रहेगा, कई स्थान पर यह 4 बजकर 47 मिनट तो कई इलाको में यह 4 बजकर 20 मिनट पर दिखेगा। यह एक घंटे का होगा, मगर यह पूर्ण प्रकार से 7 बजे से तमाम स्थल की शुद्धिकरण का कार्य की ओर प्रेरित करेगा, और तमाम मंदिर और अन्य कार्य 7 बजे के पश्चात आरम्भ किए जा सकेंगे।

बिहार के किन जिलों में कब प्रारंभ होगा सूर्य ग्रहण।

  • छपरा शाम 04:41 से 17:12 तक
  • सिवान शाम 16:20 से 17:13 तक
  • गोपालगंज शाम 16:40 से 17:15 तक
  • बेतिया शाम 16:39 तक 17:13 तक
  • भागलपुर शाम 16:44 से 17:06 तक
  • हाजीपुर शाम 16:42 से 17:13 तक
  • मुजफ्फरपुर शाम 16:41 से 17:12 तक
  • वैशाली शाम 16:42 से 17:12 तक
  • सोनपुर शाम 16:42 से 17:13 तक
  • आरा शाम 16:41 से 17:18 तक
  • बक्सर शाम 16:42 से 17:17 तक
  • भोजपुर शाम 16:42 से 17:11 तक
  • पूर्णिया शाम 16:43 से 17:04 तक
  • भागलपुर शाम 16:42 से 17:13 तक
  • जहानाबाद शाम 16:41 से 17: 09 तक
  • दरभंगा शाम 16:41 से 17:09 तक
  • पटना शाम 16:42 से 17:14 तक
  • मुंगेर शाम 16:43 से 17:08 तक
  • चंपारण शाम 16:38 से 17:44 तक
  • खगड़िया शाम 16:43 से 17:07 तक
  • मधेपुरा शाम 16:42 से 17:06 तक
  • नवादा शाम 16:44 से 17:12 तक
  • कटिहार शाम 16:44 से 17:03 तक
  • औरंगाबाद शाम 16:44 से 17:17 तक
  • मधुबनी शाम 16.41 से 17:09 तक
  • समस्तीपुर शाम 16:42 से 17:09 तक
  • रोहतास शाम 16:43 से 17:18 तक
  • अररिया शाम 16:43 से 17:03 तक
  • किशनगंज शाम 16:43 से 17:06 तक
  • कैमूर शाम 16:43 से 17:08 तक
  • लखीसराय शाम 16:44 से 17: 10 तक
  • शेखपुरा शाम 16:47 से 17:08 तक
  • गया 16:44 से 17:14 तक।

भोजन, प्रसाद आदि 7 बजे के पश्चात ही बनाए जा सकेंगे, यह 25 अक्टूबर को संध्या में होगा, जब दीपावली की समाप्ति होगा। इसमें इसके अनुसार कई राशि वाले को ग्रहण देखना वर्जित होगा, ग्रहण को कोई भी नग्न नेत्र से कभी ना देखे, प्रयास हो की इसको देखने से बचा जा सके, कुछ राशि वालो को उपर ग्रहण की छाया तक नहीं पड़ना चाहिए, गर्ववती महिला पशु, पक्षी के लिए विधिवत नियम रहेंगे, बीमार, लचार, छोटे बच्चे ही कुछ अल्पाहार ले सकेगे। मंदिर की कपाट ग्रहण से 12 घंटे पूर्व बन्द कर दिय जायेगे। मंदिर के पुजारी साधक, साधना, भजन-कृतन सिद्धि में लगे रहेंगे। इस ग्रहण के पश्चात कई राशि वालो को लाभ होने वाला है, और कई राशि वालो को हानि होने वाला है, इसके बाद पूर्णिमा को संध्या 05 बजे से चन्द्र ग्रहण है जो 08 बजे पूर्ण समाप्त होगा, इसका सूतक 09 घंटे पूर्व लग जाएगा, इसमें भी ग्रहण में लगने वाले तमाम नियम लागू रहेगा। ग्रहण के बाद स्नान, दान, कल्याणकारी कार्य अवश्य करे, ताकि जीवन सुखमय व्यतीत हो सके। मंदिर में प्रयास करे कि ग्रहण बाद निश्चित जाए और ईश्वर का ध्यान करे, मंगल कामना करे।

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