स्वास्थ्य पर सिर्फ सियासत कर रही है आरजेडी, अपने दौर की बदहाली का दें जवाब : डॉ निहोरा प्रसाद यादव
अविनाश कुमार/जद (यू) प्रदेश प्रवक्ता डा निहोरा प्रसाद यादव ने मीडिया में जारी बयान में आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनता दल द्वारा बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री की आलोचना न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि तथ्यों से भी परे है। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार की स्वास्थ्य सेवाओं में ऐतिहासिक सुधार हुए हैं चाहे जिला अस्पतालों का आधुनिकीकरण हो या पीएमसीएच जैसे संस्थानों का विस्तारीकरण। वर्तमान सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र में ऐतिहासिक प्रगति की है, जिसे आरजेडी अपनी नकारात्मक राजनीति से ढंकना चाहती है।
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की सरकार में बिहार में स्वास्थ्य विभाग ने प्रसव पूर्व जांच, आयरन गोली वितरण, और अस्पतालों की व्यवस्था में सुधार जैसे कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इसके विपरीत, आरजेडी के शासन में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल थीं और जनता बुनियादी सुविधाओं के लिए तरसती थी। आरजेडी को पहले अपने 15 वर्षों के कुशासन को याद करना चाहिए जब अस्पतालों में डाक्टर नहीं मिलते थे, एंबुलेंस का कोई इंतजाम नहीं था और स्वास्थ्य केंद्र सिर्फ नाम के लिए खुले थे। लालू प्रसाद यादव एवं राबड़ी देवी के शासनकाल में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की हालत इतनी लचर थी कि वहां एक महीने में महज 39 मरीज इलाज कराने पहुंचते थे जबकि आज मरीजों को मुफ्त दवाईयां मिल रही हैं और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की सुविधाओं में सुधार के चलते एक महीने में ग्यारह हजार मरीज इलाज कराने पहुंच रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आज बिहार मेंः
ऽ 151 से अधिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को मॉडल अस्पताल के रूप में विकसित किया गया है।
ऽ डाक्टरों की नियुक्ति में पारदर्शिता आई है और स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या में बड़ी वृद्धि हुई है।
ऽ टेलीमेडिसिन, मुफ्त दवाइयां और मातृ स्वास्थ्य सेवाओं का दायरा अभूतपूर्व रूप से बढ़ा है।
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए 41 हजार नियुक्तियों की घोषणा की है, वहीं आरजेडी अपने शासनकाल में ‘‘जंगल राज“ और भ्रष्टाचार के लिए कुख्यात रही है, जिसने बिहार को विकास के मामले में दशकों पीछे धकेल दिया था। आज बिहार में नए-नए मेडिकल कॉलेज खुल रहे हैं और वर्तमान समय में सरकारी मेडिकल कॉलेजों की तादाद 12 है जबकि लालू-राबड़ी शासनकाल के दौरान एक भी नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना नहीं की गई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की सरकार ‘जनता की सेवा’ के सिद्धांत पर काम कर रही है, जबकि आरजेडी सिर्फ ट्विटर की राजनीति तक सीमित रह गई है।