शराब कंपनियों से चुनावी चंदा लेकर राजद ने किया राजनीतिक पाप: उमेश सिंह कुशवाहा
मुकेश कुमार/बिहार जनता दल (यू0) के माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने शनिवार को बयान जारी करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। श्री कुशवाहा ने कहा कि राजद की कथनी और करनी में गहरा अंतर है। जो लोग शराब कंपनियों से गठजोड़ कर चुनावी चंदा बटोरते हैं, उनके द्वारा शराबबंदी कानून पर अनर्गल टिप्पणी करना किसी भी दृष्टिकोण से शोभनीय नहीं है।
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि राजद के नेताओं को पहले यह जवाब देना चाहिए कि जब बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है, तो उन्होंने शराब कंपनियों से चुनावी चंदा क्यों और किस नीयत से लिया? श्री कुशवाहा ने कहा कि राजद का यह राजनीतिक पाप केवल नैतिकता का उल्लंघन नहीं, बल्कि बिहार की जनता, विशेष रूप से आधी आबादी के साथ किया गया विश्वासघात है।
प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी कहा कि महिलाओं की मांग पर माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी कानून लागू किया और इसका सबसे अधिक फायदा बिहार की माताओं-बहनों को हुआ है। उन्होंने कहा कि असल में शराबबंदी कानून को बिहार की तमाम जनता ने हाथों-हाथ स्वीकार किया है, और यह बदलाव राज्य के सामाजिक ताने-बाने में एक सकारात्मक कदम साबित हुआ है।
श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि एक रिपोर्ट के अनुसार शराबबंदी लागू होने से यौन हिंसा के मामलों में 21 लाख (3.6ः) की कमी आई है। इसके साथ ही महिलाओं के खिलाफ अपराध दर में भी रिकाॅर्ड गिरावट दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि दुनिया की जानीमानी पत्रिका लांसेट ने भी शराबबंदी के सकारात्मक प्रभावों को माना है, जिसमें यह कहा गया कि ‘बिहार में शराबबंदी से कई तरह के फायदे हुए हैं, एक तरफ जहां स्वास्थ्य संबंधी लाभ हुआ है, वहीं दूसरी तरफ हिंसा में भी कमी आई है।’
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी अपने झूठे दावों और आरोपों के जरिए बिहार की जनता की आँखों में धूल झोंकने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सच्चाई और हकीकत किसी से छिपी नहीं रह सकती।