प्रदेश में तबादला तथा पदस्थापन को लेकर उठे राजनीतिक बवाल के बीच बिहार प्रदेश कांग्रेस मीडिया कमेटी के चेयरमैन राजेश राठौड़

मनीष कुमार कमलिया-राज्य सरकार से कठिन प्रश्न पूछ डाले हैं।उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से प्रश्न किया है कि जब सत्तारूढ़ पार्टी के मंत्री तथा विधायक ही तबादला-पदस्थापन में करोड़ों की उगाही की बात करेंगे,तो भला आम जनता सरकार के बारे में क्या राय कायम करेंगी।उन्होंने कहा कि इस कारण नीतीश सरकार की प्रतिष्ठा पर प्रश्न चिन्ह लग गया है। अतः उस प्रश्नचिन्ह के निवारण के लिए तबादला-पदस्थापन को लेकर उठे विवाद पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को स्वयं स्पष्टीकरण देना चाहिए।उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के चहेते प्रवक्ताओं के मुताबिक पूरी बिहार सरकार नीतीश कुमार के इमेज के मुताबिक काम करती है।ऐसे में सीएम नीतीश कुमार को बताना चाहिए कि क्या तबादला-पदस्थापन में करोड़ों की उगाही जिसका जिक्र भाजपा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू तथा अन्य लोगों ने किया है,वह सही है अथवा नहीं।विपक्ष की बात तो छोड़िए जब सत्ता पक्ष के मंत्री तथा विधायक ही सरकार के कार्यशैली पर सवाल उठाने लगे हैं।ऐसे में भला सरकार का इकबाल कहां सुरक्षित रह जाता है।बिहार प्रदेश मीडिया कांग्रेस कमेटी के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि इसके पूर्व भी तबादला-पदस्थापन की संचिकाओं को मुख्यमंत्री सचिवालय से रोका गया था।पिछले साल ही भूमि सुधार तथा राजस्व विभाग के मंत्री द्वारा निष्पादित सीओ तथा डीसीएलआर के तबादला पदस्थापन के संचिका को सीएम के निर्देश पर स्थगित कर दिया था। उन्होंने कहा कि पिछली बार भी तबादला-पदस्थापन के दौरान रकम उगाही की बात सामने आई थी।