किशनगंज : सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में मिशन इंद्रधनुष के सफल क्रियान्वयन को ले हुई समीक्षा बैठक
अभियान के तहत दो वर्ष तक के बच्चे व गर्भवती महिलाओं का होगा टीकाकरण, घर घर सर्वे कर ड्यू लिस्ट एवं सर्वे रजिस्टर कार्य सभी प्रखंडों में संपन्न
जिले में 12 तरह की बीमारियों से बचाव को लेकर मिशन इंद्रधनुष-5.0 अभियान के दूसरे चरण में भी जिले ने मारी बाजीकिशनगंज, 14 नवंबर (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले में आगामी 27 नवम्बर से 02 दिसंबर तक मिशन इंद्रधनुष 5.0 अंतर्गत तीसरे चरण का अभियान संचालित किया जायेगा। इस अभियान की शत-प्रतिशत सफलता को लेकर जिलाधिकारी तुषार सिंगला के द्वारा समीक्षा बैठक में दिए गये निर्देश के आलोक में मंगलवार को जिले के सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में साप्ताहिक समीक्षा बैठक हुई। सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर ने बताया कि सभी प्रखंडों में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक के माध्यम से मिशन इंद्रधनुष 5.0 अंतर्गत तीसरे चरण के सफल क्रियान्वयन के लिए घर घर सर्वे कर ड्यू लिस्ट एवं सर्वे रजिस्टर का पुनरीक्षण किया गया। बैठक में अभियान की सफलता से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गयी। अभियान के क्रम में लक्षित समूह के शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित कराने पर जोर दिया गया। आगामी अन्तर्राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान पर भी चर्चा की गयी है। सिविल सर्जन ने बताया कि विस्तृत रणनीति के तहत मिशन इंद्रधनुष 5.0 के तीसरे अभियान की सफलता सुनिश्चित कराने का प्रयास किया जा रहा है। अभियान के क्रम में दो साल से कम उम्र के सभी बच्चे व गर्भवती महिलाएं टीकाकरण से वंचित न रहें इसका विशेष ध्यान रखा जायेगा। इसे लेकर सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में अभियान की सफलता विभाग की प्राथमिकताओं में शुमार है। वैसे इलाके जहां नियमित टीकाकरण की पहुंच सीमित है, ऐसे चिह्नित इलाकों में मिशन इन्द्रधनुष अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर विशेष पहल किये जाने की जानकारी उन्होंने दी। सिविल सर्जन ने बताया कि नियमित टीकाकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम, टीकाकरण, गर्भवती महिला व दो वर्ष तक के बच्चों को विभिन्न बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करने के लिहाज से जरूरी है। मिशन इंद्रधनुष अभियान के क्रम में जिले के सभी सात प्रखंडों में टीकाकरण को लेकर विशेष इंतजाम किये जायेंगे। दो साल तक के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी मिजिल्स, विटामिन-ए, डीपीटी बूस्टर डोज व बूस्टर ओपीवी के टीके लगाये जायेंगे। वहीं गर्भवती महिलाओं को अभियान के क्रम में टेटनेस-डिप्थेरिया का टीका लगाया जाना है। उन्होंने बताया कि नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत टीकाकरण से वंचित दो वर्ष तक के सभी बच्चों व सभी गर्भवती महिलाओं तक टीकाकरण की पहुंच सुनिश्चित कराना मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। सिविल सर्जन डा० कौशल किशोर ने बताया कि नियमित टीकाकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम की सफलता महत्वपूर्ण है। टीकाकरण गर्भवती महिला व दो वर्ष तक के बच्चों को विभिन्न बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करने के लिहाज से जरूरी है। अभियान के क्रम में नियमित टीकाकरण मामले में कम आच्छादन वाले क्षेत्र, दुर्गम इलाके व ईट भट्ठा व निर्माण कार्य में संलग्न मजदूर, प्रवासी व खानाबदोश परिवार के बसावट वाले इलाकों में शत प्रतिशत टीकाकरण को लेकर विशेष पहल किये जाने की जानकारी उन्होंने दी। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. देवेन्द्र कुमार ने कहा कि जिले में मिशन इन्द्रधनुष अभियान तीन चरणों में संचालित किया जा रहा है। जिले में 12 तरह की बीमारियों से बचाव को लेकर मिशन इंद्रधनुष-5.0 अभियान के दूसरे चरण में भी जिले ने बाजी मारी है। 09 से 14 अक्टूबर तक चले अभियान के दौरान भी लक्ष्य से अधिक बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया गया है। दूसरे अभियान के दौरान 10,414 बच्चों का टीकाकरण किया गया, जबकि लक्ष्य 9,692 का था। इसी तरह 2,971 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया गया, जबकि लक्ष्य 1976 का था। इसे लेकर जिलेभर में 861 केंद्र बनाए गए थे। सफलता की दर 110 प्रतिशत से भी अधिक रही। विदित हो कि पहले चक्र का मिशन इंद्रधनुष अभियान भी जिले में सफल रहा है। अभियान के दौरान जीरो से 2 वर्ष के टीकाकरण में छूटे हुए बच्चों के लक्ष्य 9,186 के सापेक्ष 9,760 बच्चों का टीकाकरण किया गया, जो 106 प्रतिशत है। वहीं टीकाकरण में छूटी हुई गर्भवती महिलाओं के लक्ष्य 2,157 के सापेक्ष 3,360 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया गया, जो 156 प्रतिशत है। डा. देवेन्द्र कुमार ने बताया कि मिशन इंद्रधनुष-5.0 अभियान के दोनों ही चरण में सफलता की दर 100 प्रतिशत से अधिक रही। इस उपलब्धि के पीछे सभी स्वास्थ्यकर्मियों की मेहनत है। विदित हो कि तीसरा व अंतिम चक्र 27 नवम्बर से 02 दिसंबर के बीच होगा। अभियान के क्रम में नियमित टीकाकरण का आच्छादन अधिक बेहतर व प्रभावी बनाने को लेकर हर संभव प्रयास किया जा रहा है। साप्ताहिक समीक्षा बैठक के माध्यम से आशा, आशा फैसिलिटेटर, आंगनबाड़ी सेविका के सर्वे रजिस्टर एवं ड्यू लिस्ट अपडेट करने के बारे में चर्चा की गयी है।