किशनगंज : स्वास्थ्य सेवाओं में हुए कार्य और उनकी बेहतरी के लिए समीक्षा बैठक आयोजित
टेलीकंस्लटेंसी के माध्यम से गांव-गांव तक सेवा पहुचने का करें प्रयास : जिलाधिकारी

किशनगंज, 07 फरवरी (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, स्वास्थ्य सेवाओं में हुए कार्य और उनकी बेहतरी के लिए एएनएम स्कूल सभागार में सिविल सर्जन डा. मंजर आलम की अध्यक्षता में समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। समीक्षा बैठक के दौरान स्वास्थ्य के विभिन्न मानकों के डेटा को और समृद्ध करने के निर्देश के साथ परिवार नियोजन पखवाडा एवं कैंसर जागरूकता सप्ताह में विशेष जोड़ दिया गया। वही मातृ किशोरी एवं शिशु स्वास्थ्य के लिए बुनियादी सुविधाओं के साथ समीक्षा बैठक के दौरान अल्ट्रासाउंड, एनएसभी पखवाड़ा, ब्लड कैंप, ओपीडी चाइल्ड इम्युनाइजेशन सहित अन्य कार्यक्रमों की समीक्षा की गयी। सभी प्रखंडों के स्वास्थ्य केंद्रों में संचालित ओपीडी में ज्यादा से ज्यादा मरीजों की जांच करने का निर्देश देते हुए, टेलीकंस्लटेंसी के माध्यम से गांव गांव के समान्य मरीजों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया गया है।
बैठक में दौरान, एसीएमओ डा. सुरेश प्रसाद, एनसीडीओ डा. उर्मिला कुमारी, डीआईओ डा. देवेन्द्र कुमार, डीपीएम स्वास्थ्य डा. मुनाजिम, जिला स्वास्थ्य समिति के पदाधिकारीगण सहित सभी प्रखंडों के स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित रहे। सिविल सर्जन डा. मंजर आलम ने जिले के बेहतर प्रदर्शन के लिए सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश दिया गया। टेलीकंस्लटेंसी के माध्यम से दूर दूर के मरीजों को आसानी से मेडिकल सहायता मिल सकती है। ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादातर लोग सामान्य बीमारी से ग्रसित होते हैं लेकिन व्यवस्था नहीं होने के कारण इलाज नहीं करवाते हैं। टेलीकंस्लटेंसी के माध्यम से लोग नजदीकी अस्पताल उपकेंद्र, एपीएचसी या हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर पहुचकर ऑनलाइन माध्यम से प्रखंड के योग्य चिकित्सकों से मेडिकल सहायता ले सकते हैं।
उसके बाद डाक्टर के निर्देश पर एएनएम के द्वारा संबंधित बीमारी की आवश्यक दवाई लेकर उसका उपयोग कर स्वस्थ रह सकते हैं। टेलीकंस्लटेंसी के माध्यम से गांव-गांव के लोगों को मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराने का सभी अधिकारियों को प्रयास करना चाहिए। टेलीकंस्लटेंसी में पूर्णिया राज्य में पहला स्थान प्राप्त कर चुका है। सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को इसमें विशेष फोकस करना है ताकि पूर्णिया हमेशा टेलीकंस्लटेंसी में पहले स्थान पर रह सके। इसके लिए आंगन बाड़ी के कर्मियों को भी जोड़ने का निर्देश दिया है। आंगनवाड़ी के माध्यम से स्थानीय लोगों को टेलीकंस्लटेंसी के माध्यम से मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी लोगों तक पहुचाने के लिए आईसीडीएस विभाग को भी निर्देश दिया गया है। सिविल सर्जन डा. मंजर आलम ने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को जिले के सभी अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) नियमित रूप से करवाने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया की एएनसी जांच सही ढंग से नहीं होने के कारण जिले में स्टिल बर्थ के बच्चों को संख्या बढ़ सकती है। ऐसे में आवश्यक रूप से गर्भवती महिलाओं को चिन्हित कर प्रसव के लिए बेहतर स्वास्थ्य केंद्र भेजना सुनिश्चित करें। गर्भवती महिलाओं के पोषाहार पर भी विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। जिसके लिए उन्हें जागरूक किया जाना चाहिए। सभी पीएचसी में गर्भवती महिलाओं की जांच सुनिश्चित करने तथा सभी बच्चों की नियमित टीकाकरण की जानकारी भी तत्काल रिपोर्ट करने के लिए सभी अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया है।