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अररिया : आंचलिक साहित्यकार फणीश्वरनाथ रेणु के जन्म दिवस के अवसर पर रेणु महोत्सव 2023 का हुआ आयोजन

सदर थाना अररिया स्थित रेणु कुंज में उनके प्रतिमा पर जिलाधिकारी इनायत खान, पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह सहित वरीय पदाधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों ने किया माल्यापर्ण

अररिया/अब्दुल कैय्यूम, शनिवार को आंचलिक साहित्यकार फणीश्वरनाथ रेणु के जन्म दिवस के अवसर पर आज रेणु महोत्सव 2023 का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम सदर थाना अररिया स्थित रेणु कुंज में उनके प्रतिमा पर जिला पदाधिकारी इनायत खान, पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह सहित वरीय पदाधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों ने माल्यापर्ण किया। रेणु महोत्सव 2023 पर मुख्य कार्यक्रम का आयोजन हाई स्कूल अररिया परिसर में किया गया। जहां डीएम इनायत खान, पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह, अपर समाहर्ता राजमोहन झा, उप विकास आयुक्त मनोज कुमार, जिला परिषद अध्यक्ष आफताब अजीम, नगर परिषद अररिया के मुख्य पार्षद विजय कुमार मिश्रा, उप मुख्य पार्षद गौतम साह सहित कार्यक्रम में उपस्थित प्रसिद्ध साहित्यकारों ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। उद्घाटन के उपरांत जिलाधिकारी एवं उपस्थित वरीय पदाधिकारियों तथा माननीय जनप्रतिनिधियों द्वारा बारी बारी से श्री बसंत कुमार राय, अजय अकेला, दिन रजा अख्तर श्री सुशील कुमार श्रीवास्तव, पंडित भोला प्रसाद परिणय, रफी हैदर अंजुम, हेमंत कुमार यादव शशि, परवेज आलम, वियोगी जी, अशोक कुमार आलोक, लोक कलाकार, अमर आनंद, प्रिया राज, सदानंद सुमन सहित उपस्थित साहित्यकारों/लेखकों को शॉल एवं बुके प्रदान कर सम्मानित किया गया। प्रिया राज द्वारा स्वागत गान की प्रस्तुति कर अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि रेणु जी ने अपने अंचल विशेष की जीवनशैली का संदर्भ लेते हुए उन्हें अपनी रचनाओं का आधार बनाया। रेणु जी की रचनाएं दशकों बाद भी उतनी ही प्रासांगिक है। समीचीन है। उन्होंने ने कहा कि किसी क्षेत्र विशेष से रेणुजी को बांधना उनकी प्रासांगिकता को सीमित करता है। रेणु जी को उन्होंने एक महान साहित्यकार, स्वतंत्रता सेनानी व क्रांतिकारी बताया। पुलिस अधीक्षक ने अपने संबोधन में कहा कि औराही हिंगना में रेणु जी का जन्म इस पूरे इलाके को महत्वपूर्ण बनाता है। आंचलिक कथाकार के रूप में उन्हें परिभाषित करना उनके व्यक्तित्व व कृतित्व को बहुत छोटे दायरे में सीमित करने जैसा है। उनकी छवि, कृति व रचनाओं को किसी दायरे में नहीं बांधा जा सकता है। उनकी रचनाएं आज भी उतनी ही प्रासांगिक हैं जितना अपने रचना काल में थी। उनकी साहित्यिक कृतियों को किसी कालखंड में नहीं बांधा जा सकता है। जिला परिषद अध्यक्ष ने कहा कि रेणु जी ने दुनिया भर में अररिया को नई पहचान दिलाई। उन्होंने रेणु जी को अररिया से जोड़ कर देखने वालों के प्रति सम्मान जाहिर किया। मुख्य पार्षद ने कहा कि रेणु जी हमेशा दमन व शोषण के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करते रहे। अपनी रचनाओं के माध्यम से इस पर कठोराघात करते हुए समाज को नई दिशा दिखाने के लिये हमेशा तत्पर रहे। उप मुख्य पार्षद ने कहा कि रेणु की कृतियों ने साहित्य जगत को नया आयाम तक पहुंचाया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप विकास आयुक्त ने कहा कि रेणु जी ने अररिया जिले को पूरे विश्व में विशिष्ट पहचान दिलाई। आंचलिता उनकी कहानियों को विशेषता प्रदान करता है। अपर समाहर्ता ने कहा कि रेणु का साहित्य समाज का दर्पण है। जो हमें हमारे अतीत से जोड़ता है। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अररिया को पहचान दिलाने में रेणु जी कृतियों का अमूल्य योगदान है। रेणु जी के व्यक्तित्व व कृतित्व समाज के नई पीढ़ियों के लिये हमेशा अनुकरणीय रहेगा। इसके अलावा कार्यक्रम को अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन नरसिंह नाथ मंडल ने किया। मौके पर जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी, भूमि उपसमाहर्ता अररिया, जिला भू अर्जन पदाधिकारी सहित सभी वरीय पदाधिकारी, जिले के साहित्यकार उपस्थित थे।

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