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नाम याद रखिए: अदिति सतीश हेगड़े केआईवाईजी 2025 में तैराकी के फलक पर चमका एक सितारा

त्रिलोकी नाथ प्रसाद। अदिति सतीश हेगड़े खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 बिहार में यह साबित करने के इरादे से आई थीं कि वह पिछले साल की तुलना में बेहतर प्रदर्शन कर सकती हैं। और यह सही भी साबित हुआ क्योंकि पिछले संस्करण में उन्होंने दो स्वर्ण सहित कुल पांच पदक जीते और इस बार बिहार में उनकी मेहनत रंग लाई और महाराष्ट्र की इस स्टार ने बिपार्ड स्विमिंग पूल में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल सात पदक अपने नाम किए, जिनमें पांच स्वर्ण शामिल हैं।

नासिक की इस लड़की की सफलता केवल पदक जीतने तक सीमित नहीं थी, बल्कि यह उनके पिछले वर्ष की तुलना में सभी पांच स्पर्धाओं में समय में सुधार करने में भी दिखी। इसका सबसे बड़ा उदाहरण 800 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा है, जिसमें उन्हें इस बार कांस्य मिला, लेकिन पिछले वर्ष की तुलना में उन्होंने 19.42 सेकंड बेहतर समय निकाला।

खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 बिहार में अदिति ने 200 मीटर फ्रीस्टाइल (2:09.51), 400 मीटर फ्रीस्टाइल (4:32.87) और 100 मीटर बटरफ्लाई (1:04.73) में व्यक्तिगत स्वर्ण जीते। इसके अलावा उन्होंने 800 मीटर फ्रीस्टाइल (9:28.20) और 1500 मीटर फ्रीस्टाइल (18:22.97) में कांस्य पदक जीते।

इसके अलावा, वह महाराष्ट्र की टीम का हिस्सा थीं, जिसने 4×100 मीटर फ्रीस्टाइल और 4×100 मीटर मेडले
में स्वर्ण पदक जीते।

केवल 50 मीटर फ्रीस्टाइल ऐसी स्पर्धा थी जिसमें वह पदक जीतने से चूक गईं।

ये पदक किसी संयोग या किस्मत की देन नहीं थे, बल्कि इस इवेंट से पहले की गई कठिन ट्रेनिंग और समर्पण का नतीजा थे। इस साल की शुरुआत में हल्द्वानी में आयोजित नेशनल गेम्स ने उनके फॉर्म का संकेत दिया था, जहां उन्होंने 200 मीटर और 400 मीटर फ्रीस्टाइल में कांस्य पदक जीते और महाराष्ट्र की टीम को पांच रजत और एक कांस्य रिले में दिलाने में योगदान दिया।

अदिति खेलो इंडिया की एक मान्यता प्राप्त एथलीट हैं और नवी मुंबई स्थित एंजेल चेरीफाइज ( जो कि केआई द्वारा मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण केंद्र है), में ट्रेनिंग लेती हैं। पूल के बाहर वह बेहद शर्मीली हैं और एक-दो शब्दों में ही जवाब देती हैं, लेकिन जैसे ही वह पानी में उतरती हैं, उनका अंदाज़ पूरी तरह बदल जाता है। उनके तैरने की शैली में एक चैंपियन की झलक मिलती है — स्वच्छ, सुंदर चाल के साथ जबरदस्त प्रतिस्पर्धात्मक भावना। यह एक खतरनाक कॉम्बिनेशन है।

प्रतियोगिता की अपनी अंतिम रेस — 1500 मीटर फ्रीस्टाइल — में अदिति कुछ राउंड तक संघर्ष करती रहीं, लेकिन उनकी मां राधिका हेगड़े के किनारे से मिले प्रोत्साहन ने उन्हें आखिरकार पोडियम तक पहुंचा दिया। यह उनके जज़्बे और प्रतिस्पर्धी भावना को दर्शाता है, भले ही वह उस समय अपनी सर्वश्रेष्ठ स्थिति में नहीं थीं।

खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 बिहार में अदिति ने वह चमक दिखाई, जिसकी शुरुआत उन्होंने नासिक रोड स्थित राजमाता जिजाऊ स्विमिंग पूल में प्रशिक्षकों शंकर माडगुंडी और विकास भदांगे के मार्गदर्शन में की थी। पिछले साल में उन्होंने जो सुधार दिखाया है, उसके आधार पर यह कहने में कोई संकोच नहीं कि “अभी उनका बेस्ट आना बाकी है— अदिति सतीश हेगड़े का नाम याद रखिए!”

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