किशनगंज : छठ पूजा को लेकर DM ने जिला परिषद सभागार में की बैठक, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, श्रद्धा भक्ति एवं आस्था का महापर्व छठ व्रत के सफल, सुचारू एवं शांतिपूर्ण आयोजन हेतु जिलाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश के द्वारा प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारियों की ब्रीफिंग जिला परिषद् सभागार में की गई। उक्त कार्य के सफलतापूर्वक संपादन हेतु डीएम और एसपी द्वारा संयुक्तादेश जारी कर पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, पुलिस बल की तैनाती की गई है तथा संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। DM के द्वारा सभी संबंधित पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए निर्देश दिया गया कि अपनी अपनी ड्यूटी पर ससमय उपस्थित रहने तथा पूरी जवाबदेही से संवेदनशील होकर निर्धारित दायित्व का निष्पादन का करें। कोविड प्रोटोकॉल के आलोक में लोगो को घाट पर कोविड अप्रोप्रियट बिहेवियर अपनाने हेतु प्रेरित करें। छठ पूजा समिति के माध्यम से इसे सुनिश्चित करवाए। छठ पर्व के दौरान स्वास्थ्य विभाग, आपदा प्रबंधन, बिजली विभाग, पीएचईडी विभाग, भवन निर्माण विभाग, पुलिस विभाग, नगर निगम एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों को आपसी समन्वय एवं सहयोग से व्रतियों एवं श्रद्धालुओ की सुविधा एवं सुरक्षा हेतु प्रभावी कार्य करने का निर्देश दिया गया। व्रतियों की सुविधा हेतु 05 पेट्रोलिंग दल में मजिस्ट्रेट, आवश्यकतानुसार 25 चिन्हित स्थानों पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट, चिन्हित 252 स्थानों पर पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की तैनाती की गई है। आपको बताते चलें कि छठ पर्व के अवसर पर जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है जिसका दूरभाष संख्या 06456-225152 पुलिस नियंत्रण कक्ष 100 है।
इसके अतिरिक्त सभी प्रखंड में नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। घाट पर प्रतिनियुक्त पदाधिकारी एवं पुलिस बल भीड़ नियंत्रण हेतु आवश्यक कार्रवाई करेंगे नियंत्रण कक्ष श्रद्धालुओ को उनके परिजनों से मिलाने का कार्य भी पब्लिक एड्रेस सिस्टम की मदद से करेंगे। जिला नियंत्रण कक्ष, प्रखंड नियंत्रण कक्ष स्थानीय थाना से भी संपर्क कर एवं सूचनाओं का आदान प्रदान कर इस कार्य को कराएंगे। सिविल सर्जन को मेडिकल टीम, एंबुलेंस की तैनाती करने तथा उनकी उपलब्धता सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है। साथ ही, अस्पतालों में आपातकालीन चिकित्सा सुविधा 24 घंटे उपलब्ध रखने का निर्देश दिया गया। सिविल सर्जन को आकस्मिक स्थिति हेतु नर्सिंग होम को एलर्ट मोड में रखने का निर्देश दिया गया है। भीड़ प्रबंधन के साथ साथ यातायात प्रबंधन को सुचारू बनाने का भी निर्देश दिया गया है। घाटों पर आतिशबाजी नहीं करने, नदी में निजी नावों का परिचालन बंद करने तथा रिवर पेट्रोलिंग करने का सख्त निर्देश दिया गया है। इसके अतिरिक्त घाटों पर पेयजल शौचालय, बिजली आपूर्ति, फायर ब्रिगेड आदि से संबंधित अधिकारियों को भी सक्रिय एवं तत्पर रहने का निर्देश दिया गया है। बैठक में अपर समाहर्त्त अनुमंडलाधिकारी सहित जिला स्तरीय कई अधिकारी तथा प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे।