कोई चीखता रहा, तो किसी का घुट गया दम, भगदड़ में 22 से ऊपर मरे, 5 लाख रु० मुआवजे का ऐलान…
मुंबई में परेल-एलफिंस्टन स्टेशन के पास बने पुल पर हुई भगदड़ में तकरीबन 22 लोगों की मौत हो गई,जबकि कई लोग बुरी तरह से जख्मी हो गए हैं।मुंबई के एलफिंस्टन रोड पर ब्रिज पर भगदड़ की वजह बारिश को भी बताया जा रहा है।बताया जा रहा है कि बारिश के कारण लोग ब्रिज पर ही ठहर गए और उसके बाद फैली शॉट सर्किट की अफवाह हादसे की बड़ी वजह।जब अफरा-तफरी मची तो जिसको जहां समझ आया वह भागता नजर आया।समझ ही नहीं पाया कि वह किसी पर चढ़ रहा है,कौन कुचला जा रहा है।कई लोग तो ब्रिज से कूद गए तो कई लटके हुए थे और उनका हाथ छूट गया।कई चीखते रहे तो कई लोगों की आवाजें हमेशा के लिए खामोश हो गई।ये तस्वीरें बताती हैं कि भीड़ कितनी ज्यादा थी।जर्जर स्टेशन,टूटते ब्रिज और उस पर उमड़ते जनसैलाब की ये तस्वीरें हादसे की
भयावहता का अंदाजा बताती हैं।मुंबई में कई स्टेशनों पर भीड़ के ये दृश्य आम होते हैं,लेकिन जहां ये हादसा हुआ वह स्टेशन छोटा और ब्रिज संकरा था।हालांकि अचानक इतनी भीड़ का अंदाजा किसी को नहीं था।आपको मालुम हो की मुंबई हादसे से जुड़ी एक बड़ी जानकारी सामने आई है कि शिवसेना सासंद अरविंद सावंत ने पुल चौड़ा कराने के लिए सरकार को चिट्ठी लिखी थी। उन्होंने तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभू को चिट्ठी लिखी थी, जिसके बाद प्रभू ने पुल चौड़ा करने का भरोसा भी दिया था।पीयूष गोयल ने कहा
रेल मंत्रालय प्राथमिकता के साथ मुंबई में फुटओवर ब्रिजों को चौड़ा करने का काम करेगा।रेलमंत्री पीयूष गोयल ने कहा,राज्य सरकार के 5 लाख के मुआवजे के साथ रेल मंत्रालय भी 5 लाख रुपये का मुआवजा देगा।गंभीर रूप से घायलों को 1 लाख रु0 और हल्की चोट झेल रहे लोगों को 50 हजार रु0 की रकम मुआवजे में दी जाएगी।रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने कहा,विपक्ष को हादसे को बुलेट ट्रेन से नहीं जोड़ना चाहिए।
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर