राजनीति

*बिहार की तरह नहीं, तेलंगाना की तरह जातिगत जनगणना पूरे देश में कराएंगे: राहुल गांधी*

*तेलंगाना की तरह जातिगत जनगणना पूरे देश में कराएंगे, बिहार की तरह नहीं : राहुल गांधी*

ऋषिकेश पांडे /दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों की रक्षा करता है बाबा साहब का संविधान, बीजेपी आरएसएस इसे खत्म करने पर है तुली: राहुल गांधी

नेता प्रतिपक्ष और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आजादी के परवाने कार्यक्रम के तहत श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित स्वतंत्रता सेनानी जगलाल चौधरी के 130 वीं जयंती समारोह सह सम्मान समारोह में शामिल हुए।

विपक्ष के नेता और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने संबोधन में स्वतंत्रता सेनानी जगलाल चौधरी को नमन करते हुए उनके कृतित्व पर प्रकाश डाला और कहा कि दलित, कामगार, शोषित वंचित समाज के लिए लगातार संघर्ष कांग्रेस के कार्यकर्ता कर रहे हैं।देश हम सबकी ओर विश्वास से देख रहा है। बाबा साहब के संविधान को नकारा जा रहा है जबकि आज उसी का देन है कि पासी समाज आज मुख्यधारा में जुड़ने का प्रयास कर रहा है। लड़ाई विचारधारा की है। एक तरफ आरएसएस बीजेपी और दूसरी तरफ अंबेडकर, महात्मा गांधी, जगलाल चौधरी जैसे लोग हैं। दलितों के साथ जो हजारों सालों से ज्यादती की जा रही थी वो बाबा साहब अंबेडकर और स्व. जगलाल चौधरी जैसे लोगों ने उनके हक की लड़ाई लड़ी। आजादी तो हमें मिली लेकिन मैं आम लोगों से पूछना चाहता हूं कि हिंदुस्तान का जो तंत्र है न्यायिक, शैक्षणिक, व्यापारिक उसमें इस समाज को कितना हक मिला। प्रधानमंत्री पर तंज करते हुए उन्होंने कहा कि वंचित लोगों को इस समाज से प्रतिनिधित्व दे तो दिया जाता है लेकिन फैसले नहीं लेने दिया जाता है और पीछे से प्रधानमंत्री कार्यालय से तीन अधिकारियों द्वारा उनके फैसले लिए जाते हैं। ऐसी प्रतिभागिता और प्रतिनिधित्व से इस समाज का भला नहीं होने वाला है। मीडिया मालिकों पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि मीडिया को विज्ञापन सरकार से मिलता है लेकिन मीडिया में कितने लोग हैं जो दलित हैं या शीर्ष पद पर हैं। उनका मालिकाना हक किसी दलित के पास है?

समाज के दलित नायकों के बारे में कोई प्रेरक कहानियां इतिहास में शायद ही आपको पढ़ने को मिलती है और मिलती भी हैं तो शायद दो पंक्तियां।

अपने संबोधन में उन्होंने अमेरिका के विश्वविद्यालयों में नामांकन के लिए आयोजित होने वाली सैट परीक्षा को उदाहरण के तौर पर बताते हुए कहा कि उस परीक्षा में गोरे लोग ही टॉपर होते थे और अफ्रीकन एशियन लोग उसमें फिसड्डी साबित होते थे। एक बार एक प्रोफेसर ने अफ्रीकन एशियन प्रोफेसर से सवाल बनवा दिया और सारे गोरे फेल हो गए। देश की शैक्षणिक व्यवस्था अभी उसी हिसाब से चल रही है। आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि 16 लाख करोड़ रुपए का कर्ज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पूंजीपति साथियों का माफ कर दिया है लेकिन उस कर्ज में कोई दलित पिछड़े का नाम आपको नहीं मिलेगा। कॉर्पोरेट वर्ग पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि इस समुदाय में से कोई शीर्ष पद पर नहीं बैठा है।

हिंदुस्तान का गरीब व्यक्ति प्रत्येक सामान की खरीद पर जीएसटी देता है लेकिन अमीर और पूंजीपति जीएसटी नहीं देते हैं केवल उसका लाभ अदानी और अंबानी उठाते हैं।

दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों की हिस्सेदारी पर बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कुल जनसंख्या की बड़ी हिस्सेदारी है लेकिन इस देश में 100 रुपए में से उन्हें केवल 6 रुपए 10 पैसे मिलते हैं।

राहुल गांधी ने जाति जनगणना पर बोलते हुए कहा कि बिहार की तरह हम महज खानापूर्ति नहीं करेंगे बल्कि तेलंगाना सरकार के जातिगत जनगणना पर आगे बढ़ेंगे। पूरे देश में हमारी सरकार बनते ही इस जातिगत जनगणना का इस्तेमाल हम हिन्दुस्तान के सारे संस्थाओं की सूची निकाल कर पता लगाएंगे कि मीडिया, कॉर्पोरेट, नौकरशाही, न्यायपालिका में दलितों की कितनी भागीदारी है। बिहार की जातिगत जनगणना की तरह खानापूर्ति नहीं करेंगे।

दलितों पिछड़ों आदिवासियों का कोई मालिकाना अस्पताल नहीं है लेकिन सारे अस्पताल में गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए मजबूरी में इस समाज के लोगों के लाखों रुपए इन अस्पतालों को जाते हैं जो सीधे इस वर्ग का खून चूसते हैं।

हिस्सेदारी की बात जब भी मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने सदन में करता हूं तो वें कभी इस मुद्दे पर मुझसे बात नहीं करते। मैं इस देश में दलित, पिछड़े और आदिवासियों को मजबूत देखना चाहता हूं और जैसे ही वें मजबूत होंगे तो हिंदुस्तान की नई तस्वीर दुनिया में दिखेगी। इस कार्यक्रम में मैं दिल्ली चुनाव में अपना वोट डालने के बाद सीधे आया क्योंकि ये मेरे लिए पासी समुदाय के साथ दलित पिछड़े वर्ग और आदिवासी बेहद महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि जिस दिन तक इस देश में बाबा साहब का बनाया संविधान है तब तक वें दलित, पिछड़ों और आदिवासियों का कुछ नहीं बिगाड़ सकते हैं। मैं वो दिन देखना चाहता हूं जब इस देश के शीर्ष पदों पर दलित, पिछड़ों और आदिवासियों को देखना चाहता हूं।

इससे पूर्व मंच पर आते राहुल गांधी, प्रदेश प्रभारी मोहन प्रकाश, प्रदेश अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह, विनोद कुमार चौधरी सहित अन्य प्रमुख नेताओं ने स्वतंत्रता सेनानी जगलाल चौधरी के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की।

इस कार्यक्रम में विनोद कुमार चौधरी ने कहा कि हर साल स्वतंत्रता सेनानी जगलाल चौधरी की जन्म जयंती मनाई जाती रही है और 130वीं जयंती में उस विचारधारा के वर्तमान में सर्वोच्च नेता राहुल गांधी का आगमन बेहद सुखद है जिस विचारधारा के खिलाफ लगातार स्व जगलाल चौधरी ने संघर्ष किया। राहुल गांधी का आना मुझे हिम्मत और बल प्रदान करता है और सच्चे मायने में उनका देश की आजादी के लड़ाई में हमारे पुरखों को याद करना उनकी देश के प्रति जवाबदेह होने की प्रवृत्ति की ही परिचायक है।

विनोद कुमार चौधरी ने स्मृति चिन्ह और पुष्प गुच्छ देकर राहुल गांधी का स्वागत किया।

मंच का संचालन प्रभारी सचिव सुशील कुमार पासी और धन्यवाद ज्ञापन राष्ट्रीय सचिव पूर्व विधायक पूनम पासवान ने किया।

इससे पूर्व एयरपोर्ट पर पूर्वाह्न प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने अपने नेता राहुल गांधी का स्वागत पुष्पगुच्छ से किया जिसमें प्रमुख रूप से बिहार कांग्रेस के प्रभारी मोहन प्रकाश , प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह, प्रभारी सचिव शाहनवाज आलम , डॉ मदन मोहन झा , पूर्व अध्यक्ष शकील अहमद , प्रो रामजतन सिन्हा , कृपानाथ पाठक , कौकब कादरी, प्रेमचंद मिश्रा , डॉ समीर कुमार सिंह , निर्मल वर्मा, ब्रजेश पांडेय, ब्रजेश प्रसाद मुनन ,लाल बाबू लाल , राजेश राठौड़, आनंद माधव, विधायक राजेश कुमार, संतोष मिश्र, प्रतिमा दास, नीतू सिंह सहित अन्य नेतागण मौजूद रहें।

स्वतंत्रता सेनानी जगलाल चौधरी के 130वीं जयंती कार्यक्रम के मंच पर विधान परिषद में कांग्रेस दल के नेता डॉ मदन मोहन झा, डॉ अनिल, सुजीत चौधरी , गोरेलाल यादव, नीतू सिंह निषाद, मंजीत आनंद साहू सहित अन्य नेतागण मौजूद रहें।

 

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