*दलित युवा संवाद में छाया रोजगार और अधिकार का सवाल*
*दलित युवाओं को हिस्सेदारी के अनुरूप रोजगार देने की कांग्रेस ने की वकालत*

मुकेश कुमार/बिहार के युवाओं के समक्ष आसन्न चुनौतियों, पलायन, महिलाओं के सवाल, किसानों के संकट, अध्ययन में समस्याओं और वजीफों में कटौती के सवाल पर कांग्रेस सरकार को घेरने की जिम्मेदारी लेगी। आज राज्य के नौजवानों के पास रोजगार नहीं है। पेपर लीक ,महंगाई, बेरोजगारी के खिलाफ आवाज उठाना जरुरी है। होटल मौर्या में आयोजित दलित युवा संवाद में उक्त बातें बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावारु ने कही। बिहार के प्रभारी कृष्णा अल्लावारु ने कहा कि सरकार में आने पर तेलंगाना के तर्ज पर आरक्षण प्रतिशत बढ़ाने,जातीय आर्थिक जनगणना और जिसकी जितनी आबादी, उसकी उतनी हिस्सेदारी भी तय होगी और उम्मीद जतायी कि बिहार से कांग्रेस को बहुत आशा है।
कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन राजेश लिलोठिया ने इस मौके पर कहा कि बिहार उर्वर भूमि है, बिहार में बदलाव की उम्मीद है। सड़क पर उतरकर आवाज उठाना जरुरी है। नरेन्द्र मोदी की सरकार ने घोषणाओं को पूरा नहीं किया है, इसलिए न सिर्फ दलित बल्कि हर वर्ग का युवा असंतोष में जी रहा है।
बिहार प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष रविन्द्र कुमार पासवान ने कहा कि आज दलित युवा संवाद आयोजित किया गया ताकि पार्टी की रणनीति की योजना पर संवाद हो और प्रदेश के दलित युवाओं की चुनौतियों को समझकर उसपर काम किया जा सके। इस संवाद के माध्यम से हम सब दलित समाज को कांग्रेस के पक्ष में एकजुट करेंगे। संगठन का ब्लॉक तक विस्तार और गाँवों तक संपर्क पर ध्यान रहेगा।
इस मौक़े पर पूर्व विधायक बंटी चौधरी और अशोक गगन, आदित्य पासवान सहित सैकड़ों युवा व नेतागण उपस्थित रहें।