जिला प्रसासन की दरियादिली, राज्य के बाहर से अपने घर आने वाले प्रवासियों के लिए पूर्णिया जंक्शन दुल्हन की तरह सज-धज कर तैयार..

पूर्णिया/धर्मेन्द्र सिंह, बिहार, देश में जहाँ कोरोना वायरस महामारी से हाहाकार मचा हुआ है।वही इस महामारी से बचने के लिए देश के अन्य राज्यो में बिहार के बाहर फंसे लोग बड़ी संख्या में बिहार वापसी कर रहें है।रेल मार्ग से पहुँच रहे जिला के विभन्न प्रखंड के लोगो के स्वागत में पूर्णिया जिला प्रसासन की ओर से रेलवे जंक्शन दुल्हन की तरह सज धज कर अपने राज्यवासियों के स्नेहिल आवभगत के लिए तैयार है।यह सजावटों व स्वागत की तैयारी जिला प्रशासन द्वारा करवाई गई है।इसमें रेलवे प्रशासन व जिला प्रशासन दोनों ने मिलकर रेलवे स्टेशन के अंदर के प्लेटफार्म, ऊपर के सेड, बीच के पायों तथा रेलवे के बाहर का प्रांगण क्षेत्र इन सभी को सुंदर ढंग से सजाया गया है।ऐसा लग ही नहीं रहा की हमारे जो भाई-बहन या अन्य लोग बिहार के बाहर से आ रहे हैं एक कोरोना के भयावह दहशत वाले मौसम में आ रहे हैं।इस कोरोना के माहौल में बिहार के बाहर जो छात्र हैं या काम करने वाले लोग हैं अथवा जो किसी कारण से वहां लॉक डाउन में फंस गए हैं वह सभी आ रहे हैं।लेकिन उनके आने पर उन्हें यह एहसास जरूर होगा कि हम अपने घर पर एक अतिथि के सामान आए हैं और हमारी कितनी स्वागत हुई है।जिला प्रशासन व रेलवे प्रशासन ने मिलकर दिन रात के लिए एक कर दिया है।लगातार पूर्णिया जिला के पदाधिकारी डीएम-राहुल कुमार, पुलिस कप्तान विशाल शर्मा, सदर एसडीओ, डीएसपी, एडीएम, स्थानीय थाना प्रभारी, रेलवे व रेलवे थाना, जीआरपी, इत्यादि पूर्ण रूप से सजग और सक्रिय हैं। लगातार निरीक्षण का दौर चल रहा है।बताते चलें कि 6 तारीख को महाराष्ट्र और गुजरात से एक-एक ट्रेन पूर्णिया के लिए निकली है। यह दोनों ट्रेन आज 7 मई को पूर्णिया जंक्शन पहुंचेगी।बिहार राज्य के सचिव के पत्र के अनुसार पूर्णिया जंक्शन में आए सारे लोग बिहार के अन्य क्षेत्रों के भी होंगे वैसे वैसे क्षेत्र यानी जिले के प्रशासन द्वारा वहां से बस मुहैया कराया जाएगा।पूर्णिया जंक्शन से अपने-अपने जिले वासियों को ले जाने के लिए जिस जिस जिले के लोग उस ट्रेन से उतर रहे हैं उस उस जिले के अधिकारी और बसें पूर्णिया रेलवे जंक्शन पर पहुंच चुकी है और वे लोग पुनः उन्हें सभी तरह के जांच के बाद अपने जिले के लिए प्रस्थान कर जाएंगे।खबर लिखने तक यह जानकारी मिली है की ट्रेन जो महाराष्ट्र तथा गुजरात से निकली है 10 घंटे विलंब है।7 मई के सुबह 9:00 बजे ही ट्रेन को जंक्शन पहुंचना था लेकिन ट्रेन नहीं आ पाई है।यहां के लोग परिजन व प्रशासन उनके आवभगत के लिए और उन्हें सम्मानित रूप से ले जाने के लिए पूर्ण रूप से तैयार है।जैसी की सूचना है लगभग 2500 लोग ट्रेनों से आएंगे।राज्य के लगभग 32 जिले से बसे अपने अपने लोगों को लेने के लिए आएगी।उन 32 जिलों में गया, दरभंगा, समस्तीपुर, नालंदा, जमुई, रोहतास, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, पटना, शेखपुरा, अरवल, सीतामढ़ी, छपरा, मधुबनी, भोजपुर, बक्सर, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, नवादा, लखीसराय, सिवान, जहानाबाद, औरंगाबाद, कटिहार, पूर्णिया, वैशाली, अररिया, बेगूसराय, कैमूर, मुंगेर व भागलपुर है।इन सभी जिलों के लोगों को ट्रेन से उतरते ही आवश्यक जांच के बाद बस के द्वारा अपने अपने जिले व गांव के लिए ले जाया जाएगा।