राजनीति

आज की रात अंतिम आज की रात भारी।…

प्रत्याशियों की धड़कने हुई तेज।...

नवीन कुमार रौशन/इस बार सात चरणों मे सम्पन्न हुई कुल 543 सीटों के लिए लोक सभा चुनाव में किस्मत अजमा रहे प्रत्याशियों के लिए आज कयामत की  रात होगी।उनके लिए यही रात  अंतिम यही रात बाकी सी रह गई है।इस बाकी रात के आगोश में कितनों की खुशी तो कितनो के लिए मातम छिपी है।यह रात कितनों के लिए काली साबित होगी,तो कितनों के लिए इस रात की सुबह स्वर्णिम उजाला लेकर आएगी।प्रत्याशियों की मतदान बाद खुद के आंकलन और न्यूज़ चैनलों के एक्जिट पोल और रिपोर्टिंग तो पहले से हीं चैन छीन रखी है।आज की अंतिम रात उनके दिल की धड़कन जहाँ बढ़ा रखी होगी वहीं रात की नीद भी उड़ा रखा होगा।

अगर हम झारखण्ड की बात करें तो वहाँ के कुल 14 सीटों पर काँटे की टक्कर वाले उम्मीदवारों पर कयामत छाया होगा वहीँ आँखों ही आ आँखों मे यह रात गुजरेगी।

वहीं बिहार की बात करें तो यहाँ की कुल 40 लोकसभा क्षेत्रों के सीधी टक्कर और त्रिकोणीय संघर्ष वाले सीटों को मिला कर लगभग सैकड़ों प्रत्याशियों के साथ साथ उनके समर्थकों की नींद तो उड़ी हीं होगी

,बिहार के मुख्यमंत्री के साथ साथ राज्य सरकार के कई दिग्गज मंत्री भी बेचैन होंगें।उनके लिए प्रतिष्ठा का सीट बना जहानाबाद में आखिर क्या होगा ? NDA प्रत्याशी चन्देश्वर चन्द्रवंशी की जय होगी या पराजय होगी। बेचैन तो यहाँ की भूमिहार मतदाताओं भी होंगें इतने विरोध के बाद भी अगर चन्द्रवंशी जीत जाते हैं तो हमारे स्वभिमान का क्या होगा ?

मतदान पूर्व तक  बसपा प्रत्याशी के रोड़ शो से आह्लादित जीत का दम्भ भरने वाले डॉ अरुण के समर्थक, मतदान के बाद अपने ही समाज के भितरघाती वोटरों से ससंकित दिख रहे हैं।

उनके लिए आज की यह अंतिम रात भी यह गुणा भाग करने में हीं निकल जायेगा कि हम जीत कर अपने  दोंनो लक्ष्य,अपनी जीत और चन्द्रवंशी की हर को प्राप्त कर पाते हैं या फिर चन्द्रवंशी की हार से एक लक्ष्य प्राप्त कर हीं सन्तोष करना पड़ता है।

उधर दूसरी तरफ मगध सम्राट कहे जाने वाले राजद प्रत्याशी डॉ सुरेंद्र यादव के खेमे में भी यह रात कम भारी नही पड़ रहा होगा।हालांकि उनके समर्थक इस नाते आश्वस्त दिख रहें हैं कि उनका विरोधी वोट दो महत्वपूर्ण प्रत्याशियों के बीच बट गया है।वावजूद जब तक विजय श्री की माला गले न पड़ जाए तब तक कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा।क्योंकि पिछली बार कुछ ही मतों के अंतर से डॉ सुरेंद्र को मुँह की खानी पड़ी थी।इस लिए आज की रात तो राजद,उसके समर्थक और उसके प्रत्याशी के लिए भी

*”आज…………………. आज की रात भारी* ही साबित होगी।

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