किशनगंज : पूर्व में कई बार लड़कियों को करवाया गया है मुक्त

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, किशनगंज ज़िला नेपाल, बांग्लादेश, बंगाल राज्य सहित सीमावर्ती जिलों से घिरे होने के कारण मानव तस्करी के लिहाज से भी संवेदनशील माना जाता है।इस मामले में पुलिस के द्वारा भी कार्रवाई भी की जाती रही है। पूर्व में भी कई लड़कियों को देह व्यापार के चंगुल से मुक्त करवाया गया है। हाल के दिनों में जिले में लड़कियों को देह व्यापार के चंगुल से मुक्त करवाया गया है। डेढ़ माह पूर्व खगड़ा रेड लाइट एरिया से दो नाबालिग को मुक्त करवाया गया था। इसमे एक नाबालिग को समस्तीपुर जिले से जबरन लाया गया था। मुक्त करवायी गई नाबालिग ने काउंसिलिंग के दौरान कई अहम खुलासा भी किया था। जो चौकाने वाले थे। एक वर्ष पूर्व भी खगड़ा रेड लाइट एरिया से चार लड़कियों को मुक्त करवाया गया था। उस समय असम राज्य से भी कुछ लड़कियों को लाया गया था। जानकारी के अनुसार कोरोना काल के बाद भी आधा दर्जन नाबालिग को मुक्त करवाया गया था। पांच दिन पूर्व किशनगंज शहर से बंगाल के कोलकत्ता की एक नाबालिग को मुक्त करवाया गया था। इस मामले में भी पुलिस की जांच में अहम खुलाशा हुआ था। बंगाल सीआईडी ने किशनगंज एसपी डॉ इनामुल हक मेगनु को नाबालिग लड़की के किशनगंज के आसपास छिपा कर रखे जाने की सूचना मिली थी। इसके बाद एसपी ने एक टीम का गठन किया था। नाबालिग को बस स्टैंड के पास से मुक्त करवाया गया था। साथ ही पुलिस समय समय पर इस प्रकार का अभियान चलाती रहती है।