*PK ने की श्री कृष्ण सिंह को भारत रत्न देने की मांग, शेखपुरा में बोले – श्री बाबू के जमाने में बिहार की जो स्थिति थी उसे वापस लाने का प्रयास करेंगे, श्री बाबू बिहार के लोगों के लिए भारत रत्न से ऊपर हैं, उन्हें यह उपाधि मिलना ही चाहिए*

श्रुति मिश्रा/शेखपुरा। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर जन सुराज उद्घोष यात्रा के तहत शेखपुरा और लखीसराय के एक दिवसीय दौरे पर हैं। शेखपुरा में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रशांत किशोर ने “बिहार केसरी” श्री कृष्ण सिंह को भारत रत्न दिए जाने की मांग की। श्री कृष्ण के शासनकाल का जिक्र करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि जब श्री बाबू मुख्यमंत्री थे, तब बिहार की गिनती देश के 10 सबसे अग्रणी राज्यों में होती थी। और आज बिहार की दुर्दशा ऐसी हो गई है कि विकास के ज्यादातर मापदंडों में बिहार की गिनती देश के सबसे पिछड़े राज्यों में होती है। जन सुराज श्री बाबू के जमाने में बिहार की जो स्थिति थी उसे वापस लाने का प्रयास करेगा। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि दोनों ही पार्टियां अपने उन लोगों को भारत रत्न या अन्य उपाधियां देती रही हैं जो उनकी विचारधारा के करीब हों या जिनसे उन्हें राजनीतिक लाभ मिल सके। कांग्रेस ने भी कई महापुरुषों से पहले अपने नेताओं को भारत रत्न दिया और आज बीजेपी के लोग भी यही काम कर रहे हैं।
*नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति पर प्रशांत किशोर का फिर से हमला, बोले- अगर नीतीश कुमार स्वस्थ हैं तो सरकार उनका मेडिकल बुलेटिन जारी क्यों नहीं करती*
प्रशांत किशोर ने एक बार फिर नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति पर सरकार से सवाल किया है कि अगर नीतीश कुमार पूरी तरह स्वस्थ हैं तो सरकार उनका मेडिकल बुलेटिन क्यों नहीं जारी करती है। उन्होंने कहा कि जब BPSC आंदोलन चल रहा था, तब उन्हें पता चला कि हाल ही में नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति इतनी खराब हो गई है कि उन्हें विषयों को समझ नहीं पा रहे है और न ही यह जान पा रहे हैं कि जिस राज्य के वे मुख्यमंत्री हैं, वहां क्या चल रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नीतीश जी शारीरिक रूप से थक चुके हैं और मानसिक तौर से बीमार हैं। अब वे सरकार चलाने और फैसले लेने के लिए पूरी तरह स्वस्थ नहीं हैं। उन्होंने दावा किया है कि नीतीश कुमार बिना कागज देखे अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों के नाम और विभाग नहीं बता सकते और जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे और नीतीश कुमार जनता के बीच आएंगे, उनका बचकाना व्यवहार और अधिक देखने को मिलेगा।
*जन सुराज बिहार में बदलाव और तरक्की चाहने वाले करोड़ों लोगों का दल है, मैं इसका नेता नहीं बल्कि सूत्रधार हूं: प्रशांत किशोर*
प्रशांत किशोर ने जन सुराज के नेतृत्व को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि प्रशांत किशोर जन सुराज के नेता नहीं बल्कि केवल सूत्रधार हैं। जन सुराज किसी एक व्यक्ति का दल नहीं है। जन सुराज उन करोड़ों लोगों का दल है जो बिहार में बदलाव और तरक्की चाहते हैं। जन सुराज आजादी से पहले जो महात्मा गांधी की कांग्रेस थी उसको पुनर्जीवित करने का प्रयास है।