पटना, सोमवार, दिनांक 10.02.2025ः जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में आज समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिला पर्यावरण टास्क फोर्स की बैठक आयोजित हुई।
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त्रिलोकी नाथ प्रसाद/बैठक में सदस्य सचिव, जिला पर्यावरण टास्क फोर्स-सह-वन प्रमण्डल पदाधिकारी, पटना श्री गौरव ओझा द्वारा एजेन्डावार प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। वन अपराध यथा अवैध वृक्ष पातन एवं अवैध खनन पर नियंत्रण, पीड़क/आतंकी घोड़परास एवं जंगली सुअरों का कलिंग (culling, मारना), सरकार द्वारा लिये गए निर्णय के आलोक में जंगली जानवरों से होने वाले क्षति के लिए सहाय्य राशि का भुगतान, जिला पर्यावरण योजना का क्रियान्वयन आदि विषयों पर विस्तृत विमर्श किया गया तथा आवश्यक निर्णय लिया गया।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लागू है। सभी नगर कार्यपालक पदाधिकारियों को इसका उल्लंघन पाए जाने पर नियमानुसार दंड एवं सामग्री जप्त करने का निदेश दिया गया। महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र को इसके निर्माण एवं भंडारण को सख्ती से रोकने का निदेश दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि वन विभाग द्वारा जेपी गंगा पथ पर दीघा से सभ्यता द्वार तक फेन्सिंग किया जा रहा है। विभिन्न स्थानों पर वृक्षारोपण एवं सौंदर्यीकरण का कार्य अलग-अलग विभागों द्वारा किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने कहा कि जंगली जानवरों से अगर फसल की क्षति हो तो मुआवजा हेतु जिला वन पदाधिकारी को आवेदन दिया जा सकता है। प्रक्रिया के अनुसार सहाय्य राशि प्रदान की जाती है। पीड़क/आतंकी घोड़परास एवं जंगली सूअरों के कलिंग के लिए विहित प्रक्रिया का अनुपालन करने का निदेश दिया गया। जिला पंचायत राज पदाधिकारी को आवेदनों की जाँच करने के लिए निदेशित किया गया। उप विकास आयुक्त, पटना को इसका अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सभी संबद्ध पदाधिकारियों को पर्यावरण संरक्षण हेतु मिशन मोड में काम करना होगा।
इस बैठक में उप विकास आयुक्त, पटना, ज़िला वन पदाधिकारी, ज़िला वन पदाधिकारी पार्क डिवीज़न, अपर ज़िला दंडाधिकारी सामान्य, बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के प्रतिनिधि, जिला कृषि पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता पथ निर्माण विभाग, नगर कार्यपालक पदाधिकारीगण एवं अन्य भी उपस्थित थे।