District Adminstrationकिशनगंजताजा खबरब्रेकिंग न्यूज़राज्य

किशनगंज : जिले में बीपीएससी के 5940 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे परीक्षा में।

स्वच्छ, कदाचारमुक्त एवं शांतिपूर्ण माहौल में बीपीएससी (67वीं संयुक्त प्रारंभिक) प्रतियोगिता पुनः परीक्षा सम्पन्न कराने के लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्ध।

  • डीएम व एसपी द्वारा 17 स्टैटिक दण्डाधिकारियों, 22 अन्य दंडाधिकारी एवं 06 जोनल दण्डाधिकारिेयों की प्रतिनियुक्ति की गई।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिला दण्डाधिकारी, श्रीकांत शास्त्री एवं पुलिस अधीक्षक, डॉ इनाम उल हक मेंगनू ने कहा है कि बिहार लोक सेवा आयोग, पटना द्वारा आयोजित 67वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा स्वच्छ, कदाचारमुक्त एवं शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न करायी जाएगी। इसके लिए दंडाधिकारियो एवं पुलिस अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। डीएम श्रीकांत शास्त्री ने कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं पर बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम, 1981 लागू है। यदि कोई उम्मीदवार इस उपबंध का उल्लंघन करते हुए पाया जाता है तो नियमानुसार उसके विरूद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। परीक्षार्थियों के हित में यह आवश्यक है कि परीक्षा स्वच्छ वातावरण में एवं कदाचारमुक्त सम्पन्न हो। प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारियों तथा पुलिस पदाधिकारियों द्वारा यह सुनिश्चित की जाएगी कि परीक्षा केन्द्र के परिसर में किसी भी हालत में भीड़ या असामाजिक तत्व न जुटे। कदाचार में लिप्त या प्रश्रय देने वाले व्यक्तियों पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि बिहार लोक सेवा आयोग, पटना द्वारा आयोजित होने वाली 67वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता पुनर्परीक्षा दिनांक 30 सितंबर, 2022 को एकल पाली में (12 बजे मध्याह्न से 02 बजे अपराह्न तक) होगी। जिले में परीक्षार्थियों की कुल संख्या 5940 है। जिले में यह परीक्षा 11 विभिन्न परीक्षा केन्द्रों पर हो रही है। इस परीक्षा से संबद्ध सभी उम्मीदवारों को प्रवेश-पत्र आयोग के वेबसाईट के माध्यम से उपलब्ध कराया गया है और वैसे प्रवेश-पत्र ही परीक्षा में बैठने के लिए मान्य है। डीएम ने समाहरणालय सभागार में आयोजित ब्रीफिंग में सभी केन्द्राधीक्षकों, दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को बिहार लोक सेवा आयोग, पटना से प्राप्त निदेशों का अक्षरशः अनुपालन करने को कहा है। उनकी यह जिम्मेवारी होगी कि परीक्षा स्वच्छ, कदाचाररहित एवं शांतिपूर्ण संचालित हो। डीएम श्रीकांत शास्त्री ने कहा कि उम्मीदवार को परीक्षा केन्द्र में परीक्षा प्रारंभ होने से 01 घंटा पूर्व से अर्थात् 11 बजे पूर्वाह्न तक अपने निर्धारित परीक्षा कन्द्रों में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा आरंभ होने के बाद परीक्षा भवन में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। किसी भी परिस्थिति में परीक्षा की निर्धारित अवधि की समाप्ति के पूर्व किसी भी परीक्षार्थी को भवन/कक्ष छोड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। परीक्षार्थी को परीक्षा कक्ष में कैलकुलेटर, मोबाईल, ब्लूटूथ, वाईफाई गैजेट, इलेक्ट्रानिक पेन, इलेक्ट्रोनिक घड़ी, स्मार्ट वाच, पेजर इत्यादि जैसी इलेक्ट्रोनिक सामग्री तथा व्हाइटनर, इरेजर एवं ब्लेड जैसी सामग्री भी ले जाना वर्जित है। उक्त सामग्रियों के उम्मीदवार के पास पाये जाने पर उनकी उम्मीदवारी रदद् कर दी जाएगी। परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा अवधि में परीक्षा कार्य में संलग्न कर्मियों के अतिरिक्त किसी अन्य व्यक्ति का प्रवेश पूर्णतः वर्जित रहेगा। डीएम ने कहा कि वीक्षकों का मुख्य दायित्व होगा कि उनके परीक्षा कक्ष में परीक्षा का संचालन स्वच्छ, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से कदाचार रहित हो। परीक्षा कार्य में संलग्न प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी एवं प्रतिनियुक्त वरीय पदाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि परीक्षा केन्द्रों के केन्द्राधीक्षक को छोड़कर किसी भी वीक्षक/कर्मी के पास परीक्षा अवधि में मोबाईल न हो, केंद्राधीक्षक को भी स्मार्ट फोन रखने की अनुमति नहीं है। वैसे कर्मी जिनके अपने सगे-संबंधी इस परीक्षा में शामिल हो रहे हो अथवा इस परीक्षा हेतु परीक्षार्थियों को जो तैयार (कोच) कर रहे हों वे केन्द्राधीक्षक अथवा सहायक केन्द्राधीक्षक या वीक्षक का कार्य नहीं करेंगे। सभी केन्द्राधीक्षक द्वारा इस निर्देश के अनुपालन हेतु विहित प्रपत्र में प्रतिनियुक्त वीक्षक एवं अन्य कर्मियों से प्रतिवेदन प्राप्त किया जाएगा। डीएम के द्वारा परीक्षा को कदाचारमुक्त सुनिश्चित कराने एवं विधि-व्यवस्था संधारण हेतु 17 स्टैटिक दण्डाधिकारियों-सह-प्रेक्षकोें, 22 फ्रिस्किंग हेतु स्टैटिक दंडाधिकारियों एवं 06 जोनल दण्डाधिकारिेयों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इनके साथ पुलिस पदाधिकारियों एवं सशस्त्र बलों को भी लगाया गया है। सभी प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल संबंधित परीक्षा केन्द्र पर 10 बजे पूर्वाह्न तक पहुँच जाएंगे एवं कार्य-समाप्ति तक अपने-अपने कर्त्तव्य पर बने रहेंगे। परीक्षा के सुचारू रूप से संचालन हेतु जिला दण्डाधिकारी, पटना-सह-परीक्षा संयोजक द्वारा अपर समाहर्त्ता (लोक शिकायत), प्रमोद कुमार राम को सहायक संयोजक के रूप में नियुक्त किया गया है। परीक्षा के सुचारू रूप से संचालन हेतु मंगलवार को समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों, पुलिस अधिकारियों एवं केंद्राधीक्षकों की ब्रीफिंग की गई। जिला दण्डाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने परीक्षा में संलग्न पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।परीक्षा के अवसर पर आयोग कार्यालय, पटना अवस्थित नियंत्रण कक्ष (06456225152) कार्यरत रहेगा। यह नियंत्रण कक्ष दिनांक 30 सितंबर, 2022 से (10 बजे पूर्वाह्न से 06 बजे अपराह्न तक) सक्रिय रहेगा। अनुमंडल दण्डाधिकारी परीक्षा के दिन परीक्षा की पूरी अवधि के लिए परीक्षा केन्द्रों के परिसर एवं बाहर दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा-144 के अन्तर्गत निषेधाज्ञा आदेश लागू करेंगे। अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, किशनगंज जिला अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा स्वच्छ, कदाचारमुक्त, शांतिपूर्ण संचालन हेतु विधि-व्यवस्था संधारण के सम्पूर्ण प्रभार में रहेंगे एवं परीक्षा कार्य समाप्ति तक भ्रमणशील रहकर सतत निगरानी रखेंगे।अपर समाहर्त्ता-सह-जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, किशनगंज के साथ पुलिस उपाधीक्षक, मुख्यालय उक्त परीक्षा के अवसर पर अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत विधि-व्यवस्था के वरीय प्रभार में रहेंगे। डीएम ने कहा कि सभी संलग्न पदाधिकारी, कर्मी एवं अभ्यर्थी कोविड अनुकूल व्यवहार एवं अद्यतन मानक संचालन प्रक्रिया का अनिवार्य रूप से अनुपालन सुनिश्चित करेंगे। डीएम ने कहा कि यह परीक्षा राज्य के लिए प्रतिष्ठापूर्ण परीक्षा है। स्वच्छ, कदाचारमुक्त एवं शांतिपूर्ण माहौल में परीक्षा संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है। उक्त जानकारी डीपीआरओ किशनगंज रंजीत कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर मंगलवार को दी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button