पटना : दोषी कोई भी हो किसी भी सूरत में बख्शा नही जाएगा:-डीजीपी

पटना/श्रीधर पांडे, सर्वविदित हैं कि कोरोना वायरस जैसी महामारी से पूरी दुनिया त्राहिमाम कर रही हैं।देश सहित दुनिया की आधी आबादी फिलवक्त लॉक डाउन की स्थिति में हैं क्योंकि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए अभी दवा तैयार नहीं हो सका हैं,लेकिन ज्ञान, धर्म, तपस्या एवं बलिदान की धरती भारत में शासन एवं प्रशासन दम पर एवं जनता द्वारा लॉक डाउन का पालन कर इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए पुरजोर मेहनत की जा रही हैं जिसका असर यह हैं कि सम्पूर्ण विश्व का नजर हमारी देश की तरफ हैं।इस जंग में अपनी कर्मठता, योग्यता, दक्षता, ईमानदारी एवं अनुभव के दम पर बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय पूरी तरह मुस्तैद हैं।सोशल मीडिया के माध्यम से बिहार की पूरी आवाम को जागरूक करते हुए डीजीपी ने यह संदेश दे दिया हैं कि लॉक डाउन के उल्लंघन करने वाले किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह व्यक्ति कितना भी खास क्यों न हो।सरकार द्वारा निर्गत आदेश को हर हाल में पालन करना चाहिए, अगर आप घर मे रहेंगे तब ही सुरक्षित हैं, आप अपने भविष्य के लिए, समाज के लिए एक बार जरूर सोचे कि आखिर किन परिस्थितियों की वजह से सम्पूर्ण देश लॉक डाउन की स्थिति में है।आपको बताते चले कि बिहार पुलिस के मुखिया श्री पाण्डेय ने बिहार के कोने कोने पर पदस्थापित बिहार पुलिस के जवान से लेकर अधिकारी तक कि हाल चाल ले रहे हैं, उन्हें लॉक डाउन का पालन कराने की अपील करने के साथ साथ लॉक डाउन में हो रही परेशानियों के बारे में पूछते हैं।घर परिवार की हाल चाल जानने के उपरांत उनकी घर पर लॉक डाउन की वजह से जो परेशानियां उतपन्न हो गई हैं, उनकी जिक्र करते हुए स्पष्ट कहते है कि अगर किसी तरह की परेशानी हो हमारी पुलिस हर सम्भव आपके घर का ख्याल रखेगी।आप अपनी सम्पूर्ण दाव पर लगाकर ड्यूटी निभा रहे हैं, बिहार में कोरोना के बढ़ते प्रकोप की चैन तोड़ रहे हैं ताकि हमारा राज्य, देश सुरक्षित रहे।इस परिस्थिति में पुलिस वालो से लोगो की भरोसा काफी बढ़ गई हैं एवं जगह जगह पुलिस पदाधिकारियों एवं हमारे जवानों पर फूल बरसा कर उनके मनोबल को बढ़ाया जा रहा हैं।गौरतलब हो कि डीजीपी बिहार का फेसबुक से लाखों लाख की संख्या में लोग जुड़ हर गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं ताकि उनके संदेश को अक्षरशः सुना एवं देखा जा सके।फेसबुक लाइव के माध्यम से डीजीपी ने बताया कि 20 अप्रैल के सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देश में उन व्यक्तियों के लिए छूट दी गई हैं, जो सरकारी सेवा एवं अति आवश्यक सेवा से लोग जुड़े हैं, बाकि आम आवाम को 3 मई तक लॉक डाउन को हर हाल में मानना पड़ेगा।आप सोच रहे होंगे कि सड़क पर कुछ गाड़िया चलने लगी हैं तो मैं भी बाहर निकल जाएं, या मनचले टाइप के लोग बाहर निकल भी रहे हैं तो पुलिस उनके साथ सख्ती से पेश आएगी, उन्हें जेल भी भेजा जा सकता हैं, इसलिए आप अपनी घर पर ही रहिये, स्वस्थ रहिए।