पंचायती राज।….

पटना डेस्क:-पंचायती राज यागवल्क्य स्मृति और मनुस्मृति की देन हैं इसलिए जिन राज्यो में पंचायती राज लागू किया जा रहा हैं, उन सभी में ऋषि यागवल्क्य और ऋषि मनु की मूर्ति भी लगाई जाए, ताकि जिन ऋषियों ने पंचायती तंत्र का निर्माण किया हैं, आम जनमानस को उनके बारे में जानकारी मिले। यागवल्क्य ऋषि, श्रीराम जी के पुरोहित थे और श्रीकृष्ण व श्रीराधा के माता पिता, अपने गाँव के पंच भी थे। यह दोनों बातें प्रमाणित करती हैं कि सबको सही समय पर न्याय मिले, इसके लिए बनाया गया पंचायत तंत्र, सनातनी हैं, जिसे 1860 के बाद से धीरे धीरे करके समाप्त कर दिया गया, जिसके कारण अन्याय बढ़ा, लेकिन अभी उसी पंचायती तंत्र को, अनेक राज्यों में आधुनिक बताकर, फिर से शुरू किया जा रहा हैं और पंचायती तंत्र के निर्माण का श्रेय किसी दूसरे को दिया जा रहा हैं। इसलिए उठिए ऋषियों के सम्मान के लिए, क्योंकि विजय सत्य की ही होगी।