पान मसाला में गैम्बियर मिलाने की बात आई सामने, इसके सेवन से गुर्दे लीवर खराब होने के साथ-साथ कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के होने की संभावना…

महिलाओं और पुरुषों में पान मसाला चबाना प्रतिष्ठा का प्रतीक हो गया है।यह जानते हुए कि तंबाकू के जितने भी उत्पाद हैं शारीरिक, आत्मिक, आर्थिक व सामाजिक हर प्रकार की हानि पहुंचाता है।फिर भीहम पान मसाला, सुपारी, जर्दा, सिगरेट, तंबाकू आदि का सेवन करते हैं।पान मसाला में गैम्बियर मिलाने की बात सामने आई है जो बहुत खतरनाक रसायन होता है जिसका उपयोग चमड़े को रंगने में काम आता है इसके सेवन से गुर्दे लीवर खराब होने के साथ-साथ कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के होने की संभावना बढ़ जाती है।गुटका में कई रसायन, तंबाकू, कत्था, सुपारी, चुने के साथ नशीले पदार्थों को मिलाया जाता है जो हमारे सेक्स हार्मोन और शरीर के कई अंगों पर बुरा प्रभाव डालता है।धुआ रहित तंबाकू और सिगरेट पीने को एक सामाजिक बुराई मानते हुए कई नशा मुक्ति जागरूकता अभियान चलाए जाते रहे हैं।देश के कुछ राज्यों में गुटखा एवं पान मसाला के उत्पादन भंडारण वितरण परिवहन और बिक्री पर रोक है।बिहार में भी 21 मई 2016 का दिन जनहित के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए गुटखा एवं पान मसाला (तंबाकू एवं निकोटीन युक्त) पर प्रतिबंध का हाल में सरकारी प्रयास का दिन है इतना के बावजूद भी युवाओं में गुटका और सिगरेट पीने का क्रेज बढ़ता जा रहा है।युवा पहले इन चीजों का इस्तेमाल शौकिया तौर पर करते हैं।हालांकि कुछ स्त्री और पुरुष गलत संगत तनाव व अन्य परिस्थितियों से मुक्ति के लिए इन मादक पदार्थों का सेवन करते हैं।विशेषज्ञ के अनुसार तंबाकू के उत्पाद का सेवन करने से ओठ, गाल, दांत, गर्दन और फेफड़े का कैंसर होता है, मुंह में छाले बनने लगते हैं, म्यूकस ग्रंथि में सिकुड़न आने से कोई भी कड़ी वस्तु खाने में दर्द होता है,जबरा का खुलना निरंतर घटता जाता है, मुंह व गले में छाले, खाने में जलन यहां तक कि ताजे पानी पीने से भी जलन जैसी प्रारंभिक शिकायतों के बाद अंतिम परिणाम दर्दनाक मौत होता है।विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ रिपोर्ट के मुताबिक एक सिगरेट जिंदगी के 11 मिनट छीन लेता है।लोग हर प्रकार की हानि के बाद भी अपने तलब पर कंट्रोल नहीं कर पाते।कई बार छोड़कर फिर सेवन करने लगते हैं इसका मतलब है मन कमजोर है,सबसे पहले मन को पक्का करें कि इस गंदी लत को हर हाल में छोड़ना है,जब भी इन चीजों के सेवन का मन करे तो परिवार और दोस्तों से मदद लें।इस लत को छोड़ने के लिए स्वस्थ्य जीवन शैली, आहार, योगा,घरेलू उपचार और ध्यान का उपयोग सार्थक होगा।
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर (हाजीपुर)