ठाकुरगंज : शिक्षा में सुधार लाने के वादे पर जिला परिषद सदस्य फैजान अहमद ने साधी चुप्पी कहा-DEO से लीजिए बयान।

किशनगंज-ठाकुरगंज/फरीद अहमद, जिले के ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत मालीनगांव पंचायत के बांसबारी का है जहां प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा की स्थिति बद से बदतर है ग्रामीणों ने शिक्षकों पर आरोप लगाते हुए कहा कि शिक्षक समय पर स्कूल नहीं जाते हैं मनमाने ढंग से स्कूल को संचालित करते हैं जिसके कारण बच्चे स्कूल में पढ़ने के लिए नहीं आते हैं और गांव में बच्चे एक मकतब में पढ़ने जाते हैं जहां पर ग्रामीणों द्वारा एक शिक्षक को रखा गया है। ग्रामीणों द्वारा लगाए गए आरोप के बाद पत्रकार सच्चाई जानने के लिए ग्राउंड जीरो पर पहुंचे तो पता चला कि 9:20 के बाद एक शिक्षिका अंसरी बेगम आती है उसके बाद तकरीबन 10 बजे के आस पास तालिमी मरकज मो० हसनैन पहुंचते हैं उसके बाद प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रसनजीत पहुंचते हैं। अब आप अंदाजा लगाइए कि जब शिक्षक हैं नियमों को ताक पर रखकर मनमाने ढंग से स्कूल को संचालित कर रहे हैं तो उस स्कूल में शिक्षा लेने वाले बच्चों का भविष्य क्या होगा। बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। ग्राउंड जीरो पर ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए भी बताया कि उक्त स्कूल में बच्चों के मुंह से मिड डे मील का निवाला भी छीना जाता है ग्रामीणों का कहना है उसके बच्चे को पेट भर मिड डे मील भी नहीं दिया जाता है। मिड डे मील में उचित खाद पदार्थों का भी इस्तेमाल नहीं किया जाता है। सूचना मिलते ही स्थानीय वार्ड सदस्य के पति सोनू आलम जो कि उक्त स्कूल के अध्यक्ष है वह भी पहुंचे। स्कूल के प्रधानाध्यापक प्रसनजीत ने कहा कि हम क्या कहें हम कितना प्रयास करें 1 दिन 2 दिन की बात हो तो चलेगा समय पर आइए समय पर स्कूल से जाइए। इस दौरान मौके पर एक भी छात्र छात्रा स्कूल में उपस्थित नहीं दिखाई दिए। इस संबंध में ठाकुरगंज BEO सुनैना कुमारी ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी। अब सवाल यह खड़ा हो रहा है कि इस तरह की लापरवाही का जिम्मेदार कौन होगा ? अगर इस तरह की लापरवाही का जिम्मेदार कोई है तो उस पर शिक्षा विभाग कार्रवाई कब तक करेगी ? गौरतलब हो कि युवा नेता फैजान अहमद ने पंचायती चुनाव से पहले कई मुद्दों पर चुनाव लड़ा जिसमें शिक्षा भी एक अहम मुद्दा था अब पंचायती चुनाव में जिला परिषद सदस्य का पद जीतने के महीनों बाद भी क्षेत्र में स्कूल की बदहाली जस की तस बनी हुई है इस संबंध में पूछे जाने पर जिला परिषद सदस्य फैजान अहमद ने चुप्पी साधी और कहा कि DEO से बयान ले लीजिए। आप समझ गए होंगे कि जिला परिषद सदस्य शिक्षा के प्रति गंभीरता दिखाते हुए नजर नहीं आए।