निगरानी विभाग की टीम ने 5 हजार रूपए रिश्वत लेते दारोगा को रंगे हाथों किया गिरफ्तार…

बिहार के नालंदा से बड़ी खबर आ रही है।गिरियक थाना में पदस्थापित दारोगा एस के मंडल को निगरानी विभाग की टीम ने 5 हजार रूपए रिश्वत लेते हुए थाना परिसर से रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है।बताया जाता है कि आदमपुर निवासी सुनील ने निगरानी विभाग में सहायक अवर निरीक्षक एस के मंडल के खिलाफ रिश्वत मांगने का मामला दर्ज कराया था।दर्ज मामले के आधार पर निगरानी की टीम गिरियक थाना पहुंची और दारोगा को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।मिली जानकारी के अनुसार उनपर आरोप है कि ट्रैक्टर छोड़ने के लिए उन्होंने सुनील से 8 हजार रिश्वत की मांग की थी।जिसके बाद 5 हजार रुपए में तय हुआ।इसके बाद सुनील ने इसकी शिकायत निगरानी से की।जिसके बाद निगरानी की टीम ने उन्हें रिश्वत लेते रंगे हाथों धर दबोचा।इसके अलावा उनके आवास से 18 हजार 190 रूपए अतिरिक्त राशि भी बरामद की गई है।गिरफ्तारी होते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया।इस दौरान डीएसपी निगरानी जमीरउद्दीन ने बताया कि गिरियक के आदमपुर निवासी सुनील कुमार से गिरियक थाना में पदस्थापित जमादार सुनील कुमार मंडल के द्वारा ट्रैक्टर छोड़ने के एवज में 5 हजार रुपए घूस मांग कर रही है जिसके बाद टीम गठन कर यह कार्रवाई की गई।बता दें कि इससे पहले जुलाई महीने में भी निगरानी की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नालंदा से एक रिश्वतखोर पुलिसकर्मी को गिरफ्तार किया था।निगरानी ने जिले के एकंगरसराय थाना में पदस्थापित सब-इंस्पेक्टर मदनलाल यादव को उनके आवास से 10 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था।वहीं,अगस्त महीने में निगरानी टीम ने राजगीर प्रखंड के पथरौरा पंचायत के मुखिया अनुज चौधरी को घूस लेते रंगे हाथों धर दबोचा।मुखिया मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना में कमीशन की राशि के तौर पर पचास हजार रुपया घूस ले रहा था।