किशनगंज : जिलाधिकारी द्वारा राष्ट्रीय पोषण माह, 2021 का शुभारंभ, जनभागीदारी से कुपोषण को मिटाने का लक्ष्य।

डीएम ने मातृ वंदना सप्ताह का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया, कुपोषण को मिटाने हेतु आईसीडीएस कर्मियो का उन्मुखीकरण।
- अच्छा प्रदर्शन करने वाले परियोजना पदाधिकारी,कर्मी किए जायेंगे सम्मानित।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिलाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश द्वारा समाहरणालय सभागार में राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ किया गया।साथ ही, मातृ वंदना सप्ताह का भी शुभारंभ करते हुए प्रत्येक दिन की गतिविधियों को पूरे मनोयोग से संचालित करने हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर एडीएम (लो०शि०नि) प्रमोद कुमार राम, सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन, डीपीओ (आईसीडीएस) मंजूर आलम, केयर इंडिया के प्रतिनिधि डॉ प्रोसेनजीत सहित सभी सीडीपीओ, एलएस, जिला समन्वयक एवम अन्य पदाधिकारी मौजूद थे। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने कुपोषण को मिटाने के लिए दृढ़ संकल्प लिया। जिला प्रोग्राम कार्यालय द्वारा इस पोषण माह में विभिन्न कार्यक्रमों का सप्ताहवार आयोजन किया जाएगा।
मातृ वंदना सप्ताह के शुभारंभ के मौके पर डीएम, डॉ आदित्य प्रकाश ने कहा कि जिला में कुपोषण के विरुद्ध आईसीडीएस कर्मी युद्ध स्तर पर कार्य कर लोगो को जागरूक करें और उन्हें नवजात शिशु के पोषण हेतु सही और तथ्यपरक जानकारी दें। डीएम ने कहा कि बच्चे के जन्म के साथ मां का दूध प्रथम छः माह तक किस प्रकार अत्यंत महत्वपूर्ण है,इसके महत्ता से माताओं को अवगत कराएं। मातृ वंदना योजना और कन्या उत्थान योजना अंतर्गत टीकाकरण करवाकर निर्धारित राशि लाभार्थी को दिलवाने हेतु कार्य करें तथा सभी आईसीडीएस केंद्र दो आवेदन निश्चित रूप से भेजवाए। सप्ताह के अंतिम दिन बेस्ट परफॉर्मिंग आंगनबाड़ी केंद्र, प्रखण्ड समन्वयक और महिला पर्यवेक्षिका, सीडीपीओ को सम्मानित किया जाएगा। सभी परियोजना अंतर्गत सेल्फी कॉर्नर निश्चित रूप से बनाएं। विदित हो कि सुपोषित भारत की परिकल्पना को लक्षित राष्ट्रीय पोषण माह का मुख्य उद्देश्य जन-आंदोलन और जन भागीदारी से कुपोषण को मिटाना है।
इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए प्रति वर्ष सितम्बर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जाता है। विभिन्न विभागों के समन्वय से होने वाले पोषण माह में महिला बाल विकास नोडल विभाग की भूमिका निभाएगा। इस वर्ष पोषण माह की थीम ‘‘कुपोषण छोड़ पोषण की ओर-थामे क्षेत्रीय भोजन की डोर’’ है। प्रदेश स्तर पर इस वर्ष भी पोषण माह के दौरान विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान आँगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा एवं ए.एन.एम. द्वारा गृहभेंट/सर्वे कर 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की ऊँचाई एवं वजन लेने का अभियान चलाया जाएगा। पोषण माह के चार सप्ताह चार अलग-अलग थीम पर निर्धारित किए गए है। सितम्बर के पहले सप्ताह में पोषण वाटिका एवं पौध-रोपण थीम के तहत आँगनवाड़ी केन्द्रों, स्कूलों, पंचायत भवन अन्य सार्वजनिक स्थल पर पोषण वाटिका के माध्यम से पौध रोपण, किचन गार्डन तथा संबंधित कैम्पस एवं भवन परिसर में न्यूट्री गार्डन को बढ़ावा देना, गर्भवती महिलाओं के लिए पोषण आहार संबंधी स्लोगन प्रतियोगिता, आँगनवाड़ी केन्द्रों के लिए पोषण वाटिका प्रतियागिता का आयोजन होगा। इसके अलावा केम्प लगाकर स्वच्छता एवं कोविड टीकाकरण के सबंध में दो दिवसीय संवेदीकरण व जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन होगा। दूसरे सप्ताह में 8 से 15 सितम्बर तक पोषण के लिए योग एवं आयुष का उपयोग थीम के तहत आयुष पद्धति का पोषण के लिये जागरूकता अभियान, गर्भवती महिलाओं, स्कूल के बच्चों एवं किशोरियों के लिए योगाभ्यास, सरकारी एवं व्यवसायिक संस्थानों में पाँच मिनट का योगा प्रोटोकाल सत्र, महिलाओं एवं बच्चों के लिए फ्री ऑनलाईन योग कोर्स, गर्भावस्था के दौरान एनीमिया के लिए आयुष-आँगनवाड़ी कार्यकर्ता का प्रशिक्षण तथा गर्भवती महिलाओं के लिए पोषण की रेसिपी प्रतियोगिता का आयोजन होगा। राष्ट्रीय पोषण माह के तीसरे सप्ताह 16 से 23 सितम्बर तक जिले के हितग्राहियों को न्यूट्रीशियन किट एवं आई.ई.सी. जागरूकता संबंधी सामग्री का वितरण किया जाएगा। चौथे सप्ताह 24 से 30 सितम्बर तक अति गंभीर कुपाषित बच्चों का चिन्हांकन, पोषण भोजन का वितरण, कुपोषित बच्चों के चिन्हांकन के लिए समुदाय का संवेदीकरण, गर्भवती माताओं के लिए प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता तथा बच्चों के कुपोषण पर केन्द्रित ई-क्विज प्रतियोगिताएं आयोजित होगी। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना अंतर्गत सितंबर के प्रथम सप्ताह में मातृ वंदना सप्ताह मनाया जाएगा। सात दिन में अलग अलग गतिविधियों के माध्यम से लाभार्थी का पंजीकरण कर टीकाकरण हेतु मॉबलाइज करना और जागरूकता लाने का कार्यक्रम प्रस्तावित है।सभी गतिविधियों को सोशल मीडिया पर शेयर किया जाना है। प्रधान मंत्री मातृत्व वंदना योजना (PMMVY) भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला एक महत्त्वपूर्ण योजना है, जिसके तहत काम करने वाली महिलाओं की मजदूरी के नुकसान की भरपाई करने के लिए एवं गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के स्वास्थ्य में सुधार हेतु 5000/-रूपये तीन किस्तों में DBT के माध्यम से लाभार्थी के बैंक खाते में भुगतान की जाती है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) अंतर्गत दिनांक 01.09.2021 से 07.09.2021 तक “मातृ वंदना सप्ताह” का आयोजन आहूत है। मातृ वंदना सप्ताह के दौरान जिला/ परियोजना/आंगनवाड़ी केंद्र स्तर पर नए पात्र लाभुकों को योजना से लाभांन्वित करने हेतु विभिन्न गतिविधियों एवं कार्यकलापों का आयोजन किया जाना है। बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं महिला पर्यवेक्षिका परियोजना स्तर पर चिकित्सा/स्वास्थ्य/UNICEF/WHO/क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं एवं अन्य Stakeholders के साथ आवश्यक बैठक कर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का प्रचार प्रसार करेंगे।
मातृ वंदना सप्ताह :
प्रत्येक वर्ष मातृ वंदना सप्ताह भारत सरकार के निदेशानुसार मनाया जाता है।
इसका मुख्य उद्देश्य निम्न है :
- 1. नए पात्र लाभुकों को योजना से लाभांन्वित करते हुए मातृ वंदना सप्ताह के दौरान प्रत्येक आंगनवाड़ी केंद्र से कम से कम 1 आवेदनों का संग्रह कर अपलोड करना है।
- 2. सभी प्रकार के लंबित आवेदनों का निष्पादन करना है।
- 3. प्रधान मंत्री मातृत्व वंदना योजना (PMMVY) का प्रचार प्रसार व्यापक रूप से करना।
- 4. गर्भवती महिलाओं एवं नवजात शिशुओं को पूर्ण टीकाकरण हेतु जागरूक करना।
- 5. योजना के प्रचार प्रसार के दौरान लिए गए फोटोग्राफ एवं विडियो को सोशल मीडिया में अपलोड करना है।
इस योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2020-21 में तीनों क़िस्त हेतु कुल 33066 आवेदनों को ऑनलाइन अपलोड किया गया है। इन आवेदनों के विरुद्ध 5,72,39,000/-(पांच करोड़ बहत्तर लाख उनचालीस हजार मात्र) रुपए का भुगतान लाभार्थी को DBT के माध्यम से विभाग द्वारा किया जा चुका है। राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत प्रथम सप्ताह के कार्यों की समीक्षा 07 सितंबर को आहूत मासिक बैठक में डीएम के द्वारा की जायगी। जिला में कुपोषण की समस्या पर कार्यशाला का भी आयोजन प्रस्तावित है। कार्यक्रम के पश्चात डीएम और उपस्थित अन्य पदाधिकारी ने सेल्फी प्वाइंट में जाकर सेल्फी भी क्लिक की। उक्त जानकारी प्रेस विज्ञप्ति जारी कर डीपीआरओ किशनगंज रंजीत कुमार ने दी।