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किशनगंज : आसिफ रेजा पुलिस पिटाई प्रकरण की जांच अब CID को सौंपी गई, DGP का निर्देश

किशनगंज,03जुलाई(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले में जिला परिषद सदस्य आसिफ रेजा के साथ कथित पुलिस पिटाई और फर्जी मुकदमे में फंसाने के मामले ने अब नया मोड़ ले लिया है। बिहार के पुलिस महानिदेशक (DGP) विनय कुमार ने गुरुवार को इस मामले की जांच CID को सौंपने का आदेश दिया है।

यह कार्रवाई कोचाधामन के लोकप्रिय पूर्व विधायक मुजाहिद आलम द्वारा दी गई शिकायत के बाद की गई है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों पर उत्पीड़न और पक्षपातपूर्ण कार्रवाई के गंभीर आरोप लगाए थे।

क्या है मामला?

घटना 28-29 जून की रात की बताई जाती है। सूत्रों के अनुसार, बहादुरगंज थाना क्षेत्र में बाइक जब्ती के एक मामले में सादिक नामक युवक को पुलिस ने हिरासत में लिया था। इस पर जिला परिषद सदस्य आसिफ रेजा थाने पहुंचे और बहस के बाद युवक को छुड़वा लिया।

आरोप है कि इसके कुछ ही घंटों बाद, 29 जून की रात करीब 1 बजे पुलिस बल आसिफ रेजा के घर पहुंचा, उन्हें थाने ले जाकर झूठे मुकदमे में फंसा दिया और मारपीट की। बाद में उन्हें जेल भेज दिया गया।

जनप्रतिनिधियों और जनता में आक्रोश

घटना के बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों और आम लोगों ने आसिफ रेजा की रिहाई की मांग को लेकर कई स्तरों पर आवाज उठाई। गुरुवार को पूर्व विधायक मुजाहिद आलम ने पटना में DGP से मुलाकात कर बहादुरगंज थाना अध्यक्ष और अपर थानाध्यक्ष पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच और न्याय की मांग की।

CID करेगी स्वतंत्र जांच

मामले की गंभीरता को देखते हुए DGP विनय कुमार ने CID को जांच का जिम्मा सौंपने का निर्णय लिया। पुलिस मुख्यालय ने स्पष्ट किया है कि जांच पूरी तरह निष्पक्ष होगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है:

कानून से ऊपर कोई नहीं है। मामले की उच्चस्तरीय जांच होगी और सच्चाई के आधार पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।”

राजनीतिक और सामाजिक हलकों में चर्चा

इस घटना को लेकर जिले में राजनीतिक हलकों में भी हलचल है। कई स्थानीय प्रतिनिधियों और संगठनों ने इस घटना को सत्ता के दुरुपयोग और पुलिसिया मनमानी का उदाहरण बताया है।

अब जब मामला CID के हाथों में है, तो सभी की निगाहें जांच रिपोर्ट और संभावित कार्रवाई पर टिकी हैं।

जनता की अपेक्षा है कि दोषियों को दंड मिले और निर्दोष को न्याय।

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