गरीबों के इलाज में अब नहीं आएगी पैसे की बाधा — डॉ. इरफान अंसारी का ऐतिहासिक फैसला, पूरे झारखंड में खुशी की लहर

भारती मिश्रा/रांची: अब किसी गरीब की जान पैसे के अभाव में नहीं जाएगी यह ऐतिहासिक फैसला आज झारखंड के खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने लिया। आज एक ऐतिहासिक और मानवीय निर्णय लेकर पूरे राज्य में नई उम्मीद जगा दी है। मंत्री जी ने स्पष्ट कहा कि अब किसी भी गरीब की जान केवल इस वजह से नहीं जाएगी कि उसके पास राशन कार्ड नहीं है।
राज्यभर से ऐसे अनेक मामले मंत्री जी के संज्ञान में आए थे जहाँ गरीब और असहाय मरीज इलाज से वंचित रह गए क्योंकि उनके नाम राशन कार्ड में नहीं थे — जिससे वे आयुष्मान भारत, मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना या अबुआ स्वास्थ्य सुरक्षा योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे थे।
गरीबों की लाचारी और पीड़ा देखकर मंत्री डॉ. अंसारी ने बड़ा फैसला लिया अब किसी गरीब को पैसे या कार्ड की कमी के कारण अपनी जान नहीं गंवानी पड़ेगी। हर जिले में 100 गरीब परिवारों के लिए स्थायी रूप से जगह आरक्षित रहेगी ताकि उनका इलाज समय पर कराया जा सके।
आज इस घोषणा को वास्तविकता में बदलते हुए विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी है, जिससे पूरे झारखंड में यह व्यवस्था लागू होगी।
हर जिले में 100 गरीब परिवारों के लिए विशेष आरक्षण:
गंभीर बीमारी या असाध्य रोग से पीड़ित योग्य लाभुकों को झारखंड राज्य खाद्य सुरक्षा योजना (JSFSS) के तहत तुरंत राशन कार्ड प्रदान किया जाएगा। इन रिक्तियों का एक स्थायी “बैंक” प्रत्येक जिले में बना रहेगा ताकि जरूरतमंदों को तत्काल लाभ मिल सके।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) में भी समान व्यवस्था:
राज्य के 24 जिलों में उपलब्ध 3,38,675 रिक्तियों में से प्रत्येक जिले में 100-100 रिक्तियाँ गंभीर रूप से बीमार लाभुकों के लिए आरक्षित रहेंगी।
3 लाख नई पात्र परिवारों को NFSA में शामिल करने की प्रक्रिया शुरू:
NFSA की 3 लाख रिक्तियों को प्राथमिकता वाले राशन कार्डधारियों से भरा जाएगा ताकि अधिकतम लोगों तक खाद्यान्न और स्वास्थ्य सुरक्षा योजनाओं का लाभ पहुंचे।
रिक्तियों का सतत रख-रखाव:
भविष्य में भी यह 100 रिक्तियों की व्यवस्था कायम रखी जाएगी ताकि किसी जरूरतमंद को इंतजार न करना पड़े।
मंत्री डॉ. अंसारी ने कहा की झारखंड का हर गरीब मेरे परिवार का हिस्सा है। जब कोई गरीब इलाज के अभाव में दम तोड़ देता है, तो वह सिर्फ एक मौत नहीं — हमारी संवेदना की हार होती है। मैंने प्रण लिया है कि झारखंड में अब ऐसी कोई मौत नहीं होगी।
मंत्री ने यह भी कहा कि वे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के उस सपने को साकार कर रहे हैं, जिसमें राज्य का हर गरीब, हर आदिवासी, हर जरूरतमंद व्यक्ति सरकारी योजनाओं का वास्तविक लाभ पा सके।
इस फैसले की घोषणा के बाद पूरे झारखंड में खुशी की लहर दौड़ गई है। विभिन्न सामाजिक संगठनों, चिकित्सकों और गरीब परिवारों ने मंत्री डॉ. अंसारी के इस निर्णय को “गरीबों की जिंदगी बदल देने वाला कदम” बताया है।
अंत में मंत्री जी ने कहा कि यह निर्णय न सिर्फ एक नीति बदलाव है, बल्कि एक संवेदना से उपजा संकल्प है — “