पियक्कड़ों पर अब गुरुजी की नजर : अब समाज सुधार का जिम्मा शिक्षकों पर, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने चोरी छिपे शराब पीने एवं बेचने वालों पर नजर रखने का दिया निर्देश।

पटना/डेस्क : धर्मेन्द्र सिंह, बिहार सरकार ने शिक्षकों को पढ़ाने के साथ ही साथ अब एक और नई जिम्मेदारी दे दी है। अब शिक्षकों को शराब नहीं पीने और बेचने के लिए लोगों को जागरूक करना होगा। बताते चलें कि बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार नशा मुक्ति अभियान में गति देने एवं समाज मे जागरूकता पैदा करने के सम्बंध में बिहार के सभी शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र लिखे हैं। उन्होंने पत्र के माध्यम से कहा है कि कतिपय लोगों द्वारा चोरी-छिपे लोगों द्वारा शराब बेचने और पीने की सूचना मिल रही है, जिसका दुष्परिणाम शराब पीने वालों के परिवारों पर हो रहा है। इसे रोकना अति आवश्यक है। इसलिए निर्देश दिया जाता है कि सभी प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में शिक्षा समिति की बैठक आहूत कर नशामुक्ति के संदर्भ में आवश्यक जानकारी दी जाय। साथ ही सभी प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के सभी प्रधानाध्यापकों, शिक्षकों, शिक्षिकाओं, शिक्षा सेवक, शिक्षा सेवक (तालीमी मरकज) एवं विद्यालय शिक्षा समिति को निर्देश दिया जाय कि
चोरी-छिपे शराब पीने एवं बेचने वालों की पहचान कर मद्य निषेध विभाग के मोबाइल नम्बर 9473400378/9473400606 एवं टॉल फ्री नम्बर 18003456268/15545 पर सूचना दी जाय। सूचना देने वालों की पहचान पूरी तरह गुप्त रखी जायेगी। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाय कि विद्यालय बन्द होने के बाद नशापान करने वाले कतई विद्यालय परिसर का उपयोग न करें।