नौवीं पास तेजस्वी युवाओं को दे रहे रोजगार पर ज्ञान- मनीष यादव
अविनाश कुमार/जद (यू) प्रदेश प्रवक्ता श्री मनीष यादव ने मीडिया में जारी बयान में नेता प्रतिपक्ष पर जमकर निशाना साधा और कहा कि तेजस्वी यादव द्वारा ‘‘छात्र युवा संसद“ में युवाओं को संबोधित करना न केवल विडंबनापूर्ण है, बल्कि युवाओं की आकांक्षाओं का मज़ाक उड़ाने जैसा है। खुद मात्र नौंवी पास तेजस्वी यादव जब नौकरी और शिक्षा की बात करते हैं, तो ये बातें हास्यास्पद लगती हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव का छात्र युवा संसद कार्यक्रम बिल्कुल फेल साबित हो गया।
उन्होंने कहा कि आपके माता-पिता के कार्यकाल में नियुक्ति प्रक्रिया ही भ्रष्टाचार और धांधली से घिरी रही, तब आप किस मुंह से नौजवानों को ‘‘नौकरी देने“ की बात कर रहे हैं? आपके वादों की हकीकत बिहार के युवा जानते हैं। उस दौरान एक भी स्पष्ट, पारदर्शी और समयबद्ध नियुक्ति प्रक्रिया नहीं चली। हकीकत ये है कि लालू प्रसाद यादव-राबड़ी देवी के शासनकाल में नौकरी नहीं दी जाती थी बल्कि नौकरी की बोली लगती थी।
पार्टी प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि बिहार को रोजगार और विकास देने का काम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने किया है। चाहे वह तकनीकी शिक्षा का विस्तार हो, प्ज्प् और पॉलिटेक्निक संस्थानों का निर्माण, या लाखों पदों पर पारदर्शी बहाली की प्रक्रिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की सरकार ने अपनी सात निश्चय योजना दो के तहत 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने की बात कही है और अभी तक 9 लाख 35 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी देने का काम पूरा कर लिया गया है जबकि आगामी विधानसभा चुनाव से पहले तक 10 लाख सरकारी नौकरी के वादे के अधिक 12 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का काम पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की सरकार की स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के चलते आज छात्र-छात्राओं को बेहद कम ब्याज दर में लोन उपलब्ध कराया जा रहा है जिससे वो उच्चतर स्तर की शिक्षा पाकर अपने सपने को साकार कर रही हैं। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की सरकार में महज 10 रुपए में इंजीनियरिंग एवं महज 5 रुपए में पॉलिटेक्निक की पढ़ाई कर छात्र इंजीनियर कहला रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार की स्कूली बच्चियों के लिए साइकिल, पोशाक योजना एवं छात्रवृत्ति योजना के चलते स्कूल जाने वाली छात्राओं की संख्या में खासा इजाफा हुआ है और आज स्कूलों में उनकी संख्या बढ़ी है।
तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि उनको चाहिए कि पहले वे खुद शिक्षा और सच्चाई की परीक्षा में पास हों, फिर युवाओं को भाषण दें।