किशनगंज : विचाराधीन बंदी हसीबुल मौत मामले में आया नया मोड़, पत्नी ने कहा पिटाई से नहीं बीमारी से हुई मौत
मृतक की पत्नी ने पुलिस कर्मियों पर लगे आरोप को निराधार बताते हुए किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं करने की अपील की है
किशनगंज,24जनवरी(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले के पोठिया थानाक्षेत्र में मवेशी व्यवसाई से हुई लूट के बाद पोठिया पुलिस ने हसीबुल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। हसीबुल की पत्नी ने अपने पति हसीबुल का मौत का आरोप पुलिस कर्मियों पर लगाया था। अब विचाराधीन बंदी हसीबुल की मौत मामले में नया मोड़ आया है। मृतक की पत्नी ने पुलिस कर्मियों पर लगे आरोप को निराधार बताते हुए किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं करने की अपील की है।
गौर करे कि मृतक हसीबुल की पत्नी जोहरा खातून ने पुलिस अधीक्षक सागर कुमार को आवेदन देकर पूर्व में दिए गए आवेदन पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं करने की अपील की है। दरअसल पोठिया थाना क्षेत्र में मवेशी व्यवसाई से हुई लूट के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था।जिसके बाद अचानक वो बीमार हो गया था जहां इलाज के लिए भागलपुर भेजा गया था लेकिन उसकी मौत हो गई थी।
हसीबुल की मौत के बाद मृतक की पत्नी जोहरा ने पुलिस अधीक्षक, सागर कुमार, जिलाधिकारी विशाल राज सहित मानवाधिकार आयोग को आवेदन देकर पुलिस कर्मियों पर पिटाई का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई थी। वहीं पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने जांच के लिए टीम का गठन करते हुए ठाकुरगंज सर्किल इंस्पेक्टर और पहाड़कट्टा थानाध्यक्ष को लाइन हाज़िर कर दिया था।
वहीं अब उसकी पत्नी द्वारा दिए गए आवेदन में कहा गया है कि उसका पति पहले से बीमार था जिसका इलाज भी चल रहा था। और पति की मौत के बाद उसकी मनोदशा सही नहीं थी इसीलिए बहकावे में आकर एवं गलतफहमी का शिकार होकर पुलिस कर्मी के खिलाफ आवेदन दिया था। किसी भी पुलिस कर्मी ने मेरे पति के गिरफ्तारी के बाद किसी प्रकार का शारीरिक अथवा मानसिक यातना उन्हे नही दिया था। मेरे पति पूर्व से ही बीमार रहते थे जिनका ईलाज चल रहा था। मुझे लगता है कि मेरे पति की मृत्यु पूर्व से ग्रसित बीमारी के कारण हो गई है।
आवेदन में मानवीय भूल समझ कर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं करने की मांग की गई है।यही नहीं आवेदन के साथ इलाज की पर्ची भी सौंपी गई है।