किशनगंज : ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं में गुणवत्ता और भरोसे की नई दिशा
डेरामारी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का राष्ट्रीय प्रमाणीकरण मूल्यांकन सम्पन्न

किशनगंज,19दिसंबर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, ग्रामीण समुदायों को सुलभ, सुरक्षित एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना एक सुदृढ़ स्वास्थ्य प्रणाली की आधारशिला है। इसी उद्देश्य के तहत किशनगंज जिला प्रशासन प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को राष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों के अनुरूप मजबूत करने की दिशा में निरंतर कार्य कर रहा है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों के माध्यम से अब उपचार के साथ-साथ रोगों की समय पर पहचान, रोकथाम, परामर्श और स्वास्थ्य जागरूकता पर विशेष बल दिया जा रहा है।
इसी क्रम में डेरामारी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम (NQAS) के अंतर्गत विस्तृत मूल्यांकन सम्पन्न हुआ, जिसे जिले की प्राथमिक स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है।
राष्ट्रीय एसेसरों द्वारा व्यापक मूल्यांकन
डीक्यूएसी सुमन सिन्हा ने बताया कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम के तहत अधिकृत राष्ट्रीय एसेसर डॉ. शुभ्रज्योति राव एवं डॉ. संतोष कडले ने पूरे दिन केंद्र का गहन मूल्यांकन किया। इस दौरान मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाएं, टीकाकरण, गैर-संचारी रोगों की जांच एवं फॉलो-अप, सामान्य ओपीडी, दवा भंडारण एवं वितरण, प्रयोगशाला सेवाएं, संक्रमण नियंत्रण, साफ-सफाई, बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, रोगी संतुष्टि तथा अभिलेख संधारण की बारीकी से जांच की गई।
एसेसरों ने यह भी देखा कि मरीजों को विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी, जीवनशैली में सुधार संबंधी परामर्श एवं नियमित जांच के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
रोकथाम और समय पर जांच पर विशेष जोर
डीक्यूएसी सुमन सिन्हा ने बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यहां इलाज के साथ-साथ बीमारी से पहले बचाव पर भी फोकस किया जाता है। डेरामारी केंद्र पर उच्च रक्तचाप, मधुमेह, एनीमिया जैसी बीमारियों की नियमित जांच, गर्भवती महिलाओं की देखभाल, बच्चों के पोषण परामर्श एवं बुजुर्गों के स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्थाओं का मूल्यांकन किया गया।
गुणवत्ता सुधार की सतत प्रक्रिया
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय गुणवत्ता प्रमाणीकरण किसी एक दिन की उपलब्धि नहीं, बल्कि निरंतर सुधार की प्रक्रिया है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाएँ सुरक्षित, भरोसेमंद और मानक-आधारित हों। उन्होंने डेरामारी केंद्र की टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि प्रमाणीकरण से स्वास्थ्य कर्मियों में जिम्मेदारी और अनुशासन की भावना और मजबूत होती है।
ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने की पहल
जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का राष्ट्रीय प्रमाणीकरण ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने का प्रभावी माध्यम है। इससे ग्रामीण जनता को अपने क्षेत्र में ही गुणवत्तापूर्ण और सम्मानजनक स्वास्थ्य सेवाओं का भरोसा मिलता है। जिला प्रशासन का लक्ष्य है कि सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर राष्ट्रीय मानकों पर खरे उतरें।
जागरूक और स्वस्थ समाज की ओर कदम
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. मुनाजीम ने कहा कि डेरामारी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का राष्ट्रीय प्रमाणीकरण मूल्यांकन इस बात का संकेत है कि किशनगंज जिला अब उपचार तक सीमित न रहकर जागरूकता, रोकथाम और गुणवत्ता-आधारित स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।


