
गुड्डू कुमार सिंह :-आरा सदर अस्पताल में मरीजों के लिए आक्सीजन तो उपलब्ध हो जा रहा है लेकिन अस्पताल प्रबंधन के द्वारा फालोमीटर नहीं दिया जा रहा है । मरीजों के परिजनों द्वारा माँग किये जाने पर सी एस साहब कहतें हैं कि इमरजेन्सी वार्ड में है जाकर ले लिजिए वहीं इमरजेन्सी में कार्यरत कम्पाउडर या कर्मचारी कहतें हैं कि सी एस साहब से ले लिजिए । इसी बीच समय पर आक्सीजन नहीं मिल पाने के कारण प्रतिदिन क ई मरीज असमय काल के गाल में समा जा रहें हैं । इमरजेन्सी वार्ड के प्रभारी डाक्टर के एन सिन्हा हैं जो अस्पताल में बहुत कम ही नजर आते हैं । सूत्रों से जानकारी भी मिलीं है कि अभी दो – चार दिन पहलें ही अस्पताल में प्रयाप्त मात्रा में फालोमीटर आया हुआ था लेकिन मरीजों को समय पर नहीं मिल पाना आश्चर्य और जाँच दोनों का विषय है । फालोमीटर के बिना मर रहे मरीजों की मौत का जिम्मेवार आखिर कौन है । एक बात और ध्यान देने योग्य है कि आक्सीजन सिलीण्डर उपलब्ध कराने के लिए डे और नाईट के शिड्यूल में दो कर्मचारीयो को जिम्मेवारी दी गई है तो फालोमीटर उपलब्ध कराने की जिम्मेवारी किन कर्मचारीयो को दी गई है या फिर उन्ही कर्मचारियों को जिन्हें आक्सीजन सिलीण्डर उपलब्ध कराने की जिम्मेवारी दी गई है फालोमीटर भी उपलब्ध कराने की जिम्मेवारी क्यों नहीं दी गयी है । इमरजेन्सी वार्ड के प्रभारी डाक्टर के एन सिन्हा जी को यह बताना चाहिए कि प्रतिदिन इमरजेन्सी में कितने मरीज आक्सीजन लेबल में कमी की शिकायत लेकर आते हैं उनमें से कितने मरीजों का कोविड टेस्ट किया जाता है और यदि नहीं किया जाता है तो क्यों नहीं किया जाता है । कितने मरीजों को आक्सीजन उपलब्ध कराया जाता है और कितने आक्सीजन के अभाव में दम तोड़ देते हैं ।
आखिरकार ईन सभी चीजों का जिम्मेवार कौनहै।
आखिर आरा सदर अस्पताल में मौतों का यह खेल क्यों खेला जा रहा है ? और यह सब कब तक ईसी तरीके से चलता रहेगा ।भोजपुर जिला पदाधिकारी महोदय से यह आग्रह है स्वयम संग्यान लेते हुयें इमरजेन्सी वार्ड में आक्सीजन लेबल की कमी की शिकायत ले कर आनें वाले प्रत्येक मरीजों को आक्सीजन उपलब्ध कराना और उनका कोविड- टेस्ट कराना सुनिश्चित किया जायें ।