नवेंदु मिश्र
मेदिनीनगर – माननीय सांसद पलामू विष्णु दयाल राम ने लोकसभा में नियम 377 के तहत पलामू संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत क्रमशः पलामू एवं गढ़वा जिला में उद्योग, कल-कारखाना स्थापित करने संबंधित अति महत्वपूर्ण मामले को उठाया।
श्री राम ने कहा कि पलामू संसदीय क्षेत्र के दोनों जिलें यथा पलामू एवं गढ़वा आकांक्षी जिलों की श्रेणी में आते है। आप जानते हैं कि आकांक्षी जिलों में आने का ही मतलब होता है कि इन दोनों जिलों का जितना विकास होना चाहिए उतना नहीं हुआ है। पुरे झारखंड राज्य में मात्र यही एक (अनुसूचित जाति) के लिए सुरक्षित संसदीय क्षेत्र है। इस क्षेत्र में सबसे बडी समस्या रोजगार के अभाव में पलायन की है। इस मामले को मैं वर्ष 2014 से ही इस सदन में उठाते रहा हॅू। परन्तु आज तक एक भी उद्योग, कल-कारखाना नहीं लगा है। दुर्भाग्यवश एक जपला सीमेंट फैक्ट्री थी वह भी बंद हो चुकी है। यहॉ के लोग बडे पैमाने पर रोजगार के अभाव में दूसरें राज्यों में जाकर मजदूरी करने के लिए विवश है और पलायन कर रहे है। सबसे दुर्भाग्य की बात तो यह है कि मेरा पुरा पलामू संसदीय क्षेत्र खनिज पदार्थों से भरपूर है यहॉ पर कोयला प्रचुर मात्रा में है। इसके अलावा ग्रेफाइट है, लाइम स्टोन है बगल के जिला लोहरदगा में बाक्साइट है। ये बाक्साइट मेरे दोनों जिलों से होकर मिर्जापुर जाता है जहॉ अल्युमिनियम की फैक्ट्री लगी है, कोयला यहॉ से देश के थर्मल प्लांट में जाता है जो उस क्षेत्र में रौशनी देने का काम करता है जहॉ वह स्थापित है। गढ़वा जिला में भवनाथपुर थर्मल पावर प्लांट बनाने की जमीन भी उपलब्ध है, कोयला भी है, सोन नदी का पानी भी है, मानव संसाधन भी है सभी सुविधाएं उपलब्ध है। अल्युमिनियम का कारखाना भी लगाया जा सकता है इसके अलावा ग्रेफाइट की उपलब्धता और गुणवत्ता के अधार पर ग्रेफाइट आधारित उद्योग लगाया जा सकता है। लाइम स्टोन की बहुत सारी खदानें है जो अभी बंद पड़ी है उसे शीघ्रतिशीघ्र चालू किया जा सकता है।
सांसद ने कहा कि आपके माध्यम से केन्द्र सरकार से मांग करता हॅू कि पलामू संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत उद्योग, कल-कारखाना स्थापित कराने की कृपा की जाय, ताकि इस क्षेत्र में पलायन की समस्या को रोका जा सके।