*मोदी-नीतीश के संयुक्त ठगी का शिकार है बिहार: डा0 अखिलेश*
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ऋषिकेश पांडे/प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के युगलबंदी से बिहार त्रस्त रहा है। ठगी के इनके अन्दाज भी अलग है। नीतीश जब भी भाजपा के गोदी में जाते हैं तो लोगों को उम्मीद जग जाती है कि शायद बिहार का भला हो। लोग समझते हैं कि बिहार को अब विशेष राज्य का दर्जा, नहीं तो स्पेशल पैकेज मिलकर रहेगा लेकिन ढाक का तीन पात। मोदी जी नीतीश बाबू को झुनझूना पकड़ाते हैं और दोनों खुश होकर ताली पिटने लगते हैं। पिछले 10 वर्षों से बिहार के साथ यही घटिया मजाक का सिलसिला बदस्तूर जारी है।
ये बातें बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डा0 अखिलेश प्रसाद सिंह ने कही। वे सदाकत आश्रम में पार्टी नेताओं के साथ चुनावी तैयारी के संदर्भ में आयोजित बैठक में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि सुना है कि मोदी फिर बिहार आ रहे हैं और प्रधानमंत्री के बिहार आने का अर्थ है बिहारियों के साथ ठगी के नये अध्याय की शुरूआत। पिछले दस वर्षों से कांग्रेस समेत तमाम राजनीतिक दल बिहार के लिए स्पेशल पैकेज, विशेष राज्य का दर्जा जैसी मांग पुरजोर तरीके से उठाती रही है, लेकिन केन्द्र की भाजपा सरकार के कान पर जूँ तक नही रेंगी। और बुनियादी मांग से ध्यान भटकाने के लिए तरह-तरह का पैतरा मोदी सरकार दिखाती रही है। जैसे बजट में कुछ बिहार के नाम करके उसे बिहार का बजट कहकर प्रचार करना।
डा0 सिंह ने कहा कि ऐसा नहीं कि केवल इन्डिया गठबंधन के घटक ही विशेष राज्य का दर्जा या स्पेशल पैकेज की मांग को दुहराते रहे हैं बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद इस तरह की मांग करते रहे हैं। उनके दिल में क्या है मालूम नहीं। क्योंकि वे मांग पूरी नहीं होने पर भी मोदी के गुणगान में लग जाते हैं। मोदी-नीतीश के गलबहिंया से बिहार को मिला क्या। सच कहें तो झूठ, फरेब और मोदी की ठगी का शिकार रहा है बिहार। यही कारण है कि विकास के हर मापदंड पर बिहार अंतिम पायदान पर खड़ा है, बिहार आज भी बिमार है। स्वास्थ, शिक्षा, बेरोजगारी, आर्थिक बदहाली, उद्योग का ह्रास, हर तरह से त्रस्त रहा है बिहार फिर भी मोदी जी को अपने ठगी के हुनर पर इतना भरोसा है कि यहाँ झूठ का नया किश्त लेकर बार-बार पहुँच जाते हैं। लेकिन इस बार मोदी बनेंगे शिकार।