आम महोत्सव 2025 का पटना में भव्य शुभारंभ

त्रिलोकी नाथ प्रसाद/राज्यभर के 800 किसानों ने प्रस्तुत किए 5000 आम उत्पाद बिहार में आम उत्पादन में 82% की ऐतिहासिक वृद्धि
निर्यात और विपणन को बढ़ावा देने की दिशा में ठोस पहल वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों के साथ किसानों को मिला साझा मंच- विजय कुमार सिन्हा
माननीय उप मुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि आज ज्ञान भवन, पटना में आयोजित इस “आम महोत्सव 2025 के शुभ अवसर पर आप सभी का स्वागत करते हुए मुझे अत्यंत खुशी हो रही है। यह महोत्सव हमारी कृषि की समृद्ध परंपरा और विशेष रूप से बिहार में आम की खेती के विकास का उत्सव हैं।
माननीय उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आम प्रदर्शनी में राज्य के सभी जिलों से करीब 800 कृषकों के द्वारा करीब 5000 प्रदर्शनी को प्रदर्शित किया गया है। इसके साथ हीं महोत्सव में आम एवं पौधों का बिक्री की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि बिहार के आम का उत्पादन काफी बड़े पैमाने पर होता है। करीब 1.65 लाख हेक्टेयर में आम के बगीचे से करीब 15.8 लाख आम का उत्पादन होता है। कृषि रोड मैप के लागू होने से वर्ष 2007-08 की तुलना में उत्पादन में करीब 82% की वृद्धि हुई है। सरकार के द्वारा राज्य में आम के गुणवत्तापूर्ण उत्पादन हेतु आम विकास योजना संचालित है। राज्य में स्थित कृषि विश्वविद्यालयों, कृषि विज्ञान केन्द्र, सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस फॉर मैंगो, वैशाली के द्वारा आम विकास के हर पहलू पर कृषकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। वर्ष 2018 में भागलपुर के जर्दालू आम को जी.आई. टैग प्रदान किया गया है।
श्री सिन्हा ने कहा कि उत्पादन के साथ आम की दुरस्थ बाजार में विपणन पद्धति को भी मजबूती प्रदान की जा रही है। उद्यान निदेशालय द्वारा प्रतिवर्ष आम महोत्सव का आयोजन किया जाता है, जिसमें आम उत्पादक व्यापारी, प्रसंस्करण करने वाले वैज्ञानिक, निर्यातक सभी को एक साझा मंच प्रदान करता है। वर्ष 2024-25 में 2235.07 मेट्रिक टन आम एवं आम पल्प का निर्यात किया गया। एपिडा के द्वारा UAE और सउदी अरब में क्रेता-बिक्रेता सम्मेलन होने वाली है, जिसमें बिहार के आम को प्रमोशन के लिए भेजा जा रहा है।
श्री सिन्हा ने कहा कि हमारा उद्देश्य न केवल उत्पादन को बढ़ाना है बल्कि किसानों के लिए बेहतर बाजार उपलब्ध कराना भी है। इस महोत्सव के माध्यम से हम किसानों, उद्यमियों, वैज्ञानिकों और निर्यातकों को एक मंच पर लाने का प्रयास कर रहे हैं ताकि वे अपने अनुभव और ज्ञान का आदान-प्रदान कर सके। हमारे इस महोत्सव में, भारतीय सस्थान ऑफ हॉर्टिकल्चर रिसर्च, बैंगलोर और सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ सबट्रॉपिकल हॉर्टिकल्चर, लखनऊ जैसे प्रतिष्ठित सस्थानों के वैज्ञानिक भी उपस्थित हैं। बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर और डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा आम के पुराने बागों के जीर्णोद्धार के संबंध में तकनिकी जानकारी प्रदान की जाएगी। निश्चित रूप से यह किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों से अवगत कराने का एक सुनहरा मौका है।
प्रधान सचिव श्री पंकज कुमार ने “आम महोत्सव 2025” के अवसर पर किसानों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आम की पुरानी विरासत को सहेजना और उसे आगे बढ़ाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव से किसानों को नई जानकारी, तकनीक और विपणन के अवसरों का एक्सपोजर मिलेगा। हर वर्ष एक नई थीम पर आधारित महोत्सव आयोजित किया जाए और इसके प्रभाव को पूरे वर्ष तक जारी रखा जाए। उन्होंने आम के व्यवसाय को नई सोच, नवाचार और उद्यमिता के साथ आगे बढ़ाने पर जोर दिया, जिससे किसानों की आय में निरंतर वृद्धि सुनिश्चित हो सके।